समोसा-पकौड़ी ने कई लोगों को पहुंचा दिया अस्‍पताल, बिहार के रोहतास में मच गई अफरातफरी

Food Poisoning in Bihar बिहार के रोहतास जिले में समोसा-पकौड़ी खाकर कई लोग बीमार हो गए हैं। उल्‍टी दस्‍त और पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्‍पतालों में मरीजों का तांता लग गया। इससे हड़कंप मच गया है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 10 Aug 2022 08:48 AM (IST) Updated:Wed, 10 Aug 2022 08:49 AM (IST)
समोसा-पकौड़ी ने कई लोगों को पहुंचा दिया अस्‍पताल, बिहार के रोहतास में मच गई अफरातफरी
अस्‍पताल में भर्ती मरीज का हाल जानने पहुंचे सिविल सर्जन व एसडीओ। जागरण

सासाराम (रोहतास), संवाद सूत्र। रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के खनेठी गांव में एक फुटपाथी दुकान से समोसा-पकौड़ी खाने वाले करीब एक सौ लोग बीमार हो गए। इनमें से 60 लोगों का इलाज सदर अस्पताल सासाराम में जबकि अन्य का कोचस व करगहर समेत कई अन्य पीएचसी में चल रहा है। एक साथ इतने लोगों के बीमार होने से अफरातफरी मच गई। स्‍वास्‍थ्‍य महकमा से लेकर जिला प्रशासन तक अलर्ट मोड में आ गया। अफसर अस्‍पताल पहुंचने लगे। डाक्टर फूड प्वाइजनिंग की वजह मिलावटी तेल होना बताया है।

एक ही गांव के हैं सभी बीमार लोग 

बीमार सभी लोग एक ही गांव के हैं।बीमारों में दो वर्ष के बच्चों से लेकर अधेड़ भी शामिल हैं। कई का नारायण मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। सदर अस्पताल में डयूटी पर तैनात डाक्टर सिद्धार्थ राज ने बताया कि रात एक बजे से ही मरीज एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचने लगे। मरीजों के आने का सिलसिला सुबह सात बजे तक चलता रहा। अस्पताल का पीडियाट्रिक वार्ड, ट्रामा सेंटर व कोरोना वार्ड इन मरीजों से भरा पड़ा है। इसकी सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डा केएन तिवारी ने मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया।

सील पैक 15 लीटर का डब्‍बा खरीदा था 

एसडीओ मनोज कुमार और एसडीपीओ संतोष कुमार राय ने सदर अस्‍पताल पहुंचकर जांच-पड़ताल की। बताया जाता है कि दुकानदार और उसके दो बेटे भी बीमार हो गए हैं। वे भी अस्‍पताल में भर्ती हैं। पूछताछ में दुकानदार ने बताया कि मंगलवार को ही उसने करगहर बाजार से 15 लीटर का सील बंद सरसो तेल लाया था। उसी से समोसा-पकौड़े तले थे। पुलिस उस दुकानदार से भी पूछताछ कर रही है।

बताया जाता है कि रात से ही कुछ  बच्‍चों और बुजुर्गों को पेट में तकलीफ शुरू हो गई थी। पहले घरेलू उपचार किया गया लेकिन कुछ देर बाद उनकी तबीयत ज्‍यादा खराब होने लगी। अगल-बगल के घरों से भी ऐसी शिकायतें आने लगी। तब स्‍वजन अस्‍पताल की दौड़ लगाई। एंबुलेंस से मरीजों को अस्‍पताल भेजा जाने लगा। 

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