मधुबनी की महिला के नाम पर एक महीने में 73 करोड़ रुपए का कारोबार, जांच में सामने आया बड़ा फ्राड

मधुबनी के एक गांव में रहने वाली महिला को पता नहीं उसके मालिकाना हक वाली फर्जी फर्म के नाम पर हर महीने हो रहा है करोड़ों रुपए का कारोबार वाणिज्य कर विभाग का छापा पड़ा तो सामने आई हैरान करने वाली जानकारी

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 28 May 2022 09:40 AM (IST) Updated:Sat, 28 May 2022 09:40 AM (IST)
मधुबनी की महिला के नाम पर एक महीने में 73 करोड़ रुपए का कारोबार, जांच में सामने आया बड़ा फ्राड
बिहार के मधबुनी में फेक कंपनी के नाम पर कर चोरी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

राज्य ब्यूरो, पटना। GST Fraud in Bihar: वाणिज्य कर विभाग की छापेमारी में मधुबनी में एक ऐसी फर्म का पता चला, जिसने कागज पर 73 करोड़ का कारोबार किया और जीएसटी की चोरी की। दिलचस्प यह है कि जिस महिला के नाम पर यह फर्म निबंधित है, उस महिला को इसका पता भी नहीं है। महिला ग्रामीण क्षेत्र की है। वह किसी व्यापारिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं। वाणिज्य कर विभाग की आयुक्त सह सचिव डा. प्रतिमा के निर्देश पर यह छापेमारी गुरुवार को हुई। विभाग जांच कर रहा है कि इस फर्म का वास्तविक संचालक कौन है। 

73 करोड़ रुपए का कारोबार, कर भुगतान जीरो 

विभाग के केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने विश्लेषण में पाया कि फर्म की मासिक विवरणी में 73 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया गया, लेकिन कर के भुगतान में शून्य प्रदर्शित किया गया। विभाग की विज्ञप्ति में बताया गया है कि निरीक्षित प्रतिष्ठान शुरुआती भूमिका में है। इसके सप्लाई चेन में कई अन्य फर्मों ने आइटीसी का गलत ढंग से उपयोग किया।

झारखंड और यूपी सहित महाराष्‍ट्र की फर्मों के नाम पर फर्जीवाड़ा

इस फर्म के द्वारा कुल 19 फर्मों को आपूर्ति दिखाई गई है। इनमें झारखंड के 14, बिहार के दो, तथा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के एक-एक हैं। झारखंड के 14 में चार फर्मों का निबंधन रद है। 10 का निबंधन हाल में ही लिया गया है। झारखंड के इन फर्मों द्वारा आपस में भी खरीद-बिक्री की जा रही है, जो सर्कुलर बिल ट्रेडिंग का मामला लगता है। डा. प्रतिमा ने बताया कि विभाग इस सिंडिकेट में शामिल फर्मों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेगा। कोयले के व्यापार में हो रहे फर्जीवाड़ा और कर चोरी को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई हो रही है। 

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