विधायक पुत्र की हत्या मामले में दोस्तों से हो रही पूछताछ

जदयू विधायक बीमा भारती के बेटे दीपक राज (21) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के संभावित कारणों पर पुलिस पड़ताल कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Aug 2018 09:47 PM (IST) Updated:Sat, 04 Aug 2018 09:47 PM (IST)
विधायक पुत्र की हत्या मामले में दोस्तों से हो रही पूछताछ
विधायक पुत्र की हत्या मामले में दोस्तों से हो रही पूछताछ

पटना । जदयू विधायक बीमा भारती के बेटे दीपक राज (21) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत पर रेल थाने में पूर्व विधायक शंकर सिंह समेत पांच लोगों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हालांकि अब तक हत्या, आत्महत्या और हादसा पर संशय बरकरार है। एसएसपी मनु महाराज के मुताबिक दीपक के तीन दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि सोमवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल जाए। इसके बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।

बताते चलें कि जदयू विधायक का बेटा दीपक राज गुरुवार की रात बहादुरपुर थाना क्षेत्र के जय महावीर कॉलोनी स्थित पुष्प विला अपार्टमेंट में दोस्तों के साथ ठहरा हुआ था। शुक्रवार की सुबह उसका शव रेलवे लाइन के किनारे मिला था। घटना के बाद दीपक के पिता अवधेश मंडल के बयान पर पूर्व विधायक शंकर सिंह, चंदन सिंह, संतोष मंडल, राजेश मंडल और पुगुल मंडल पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बताया था कि संतोष और पुगुल ने हाल में जान से मारने की धमकी दी थी। इधर, पुलिस की तफ्तीश से मालूम हुआ कि दीपक ने प्रेम प्रसंग के कारण पूर्व में एक बार आत्महत्या का प्रयास किया था। अब तक की पूछताछ में दोस्तों ने घटना का स्पष्ट कारण नहीं बताया है। संदिग्धावस्था में अपार्टमेंट के पास दिखे थे दीपक व उसके दोस्त :

पुलिस सूत्रों की मानें तो गुरुवार की देर रात क्विक मोबाइल के दो जवानों ने दीपक और उसके दोस्तों को संदिग्ध हालत में अपार्टमेंट के आसपास घूमते देखा था। पुलिस पर उनकी नजर पड़ी तो वे इधर-उधर भागने लगे। दीपक दूसरी तरफ भागा, जबकि उसके दोस्त अपार्टमेंट की ओर दौड़ पड़े पर पुलिस गिरफ्त में नहीं आए। ऐसी आशंका है कि भागते हुए दीपक रेलवे लाइन के पास पहुंच गया और हादसे का शिकार हो गया। भले ही, वह किसी ट्रेन से नहीं टकराया, लेकिन पटरी के किनारे बोल्डर पड़ा होने के कारण लड़खड़ा कर गिर पड़ा होगा। इससे उसके सिर का पिछला हिस्सा पटरी से टकरा गया। स्कल फटने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण दोनों जवान गवाही देने से डर हरे हैं। पुलिस के आला अधिकारी भी औपचारिक तौर पर नहीं कह रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को आधार बनाकर पुलिस मामले का खुलासा करने के मूड में है।

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