अरुण जेटली के निधन पर बिहार में दो दिनों का राजकीय शोक, नेताओं ने बताया- अपूरणीय क्षति

देश के पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से पूरे बिहार में शोक की लहर व्याप्त है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 24 Aug 2019 01:03 PM (IST) Updated:Sun, 25 Aug 2019 01:13 PM (IST)
अरुण जेटली के निधन पर बिहार में दो दिनों का राजकीय शोक, नेताओं ने बताया- अपूरणीय क्षति
अरुण जेटली के निधन पर बिहार में दो दिनों का राजकीय शोक, नेताओं ने बताया- अपूरणीय क्षति

पटना, जेएनएन। पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी (BJP) के वरिष्‍ठ नेता अरुण जेटली (Arun Jaitley) का शनिवार को दिल्‍ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में लंबी बीमारी के बाद दोपहर 12 बजकर 07 मिनट पर निधन हो गया है। अरुण जेटली को इसी माह नौ अगस्‍त को सांस लेने में दिक्‍कत के कारण AIIMS में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे बिहार में शोक की लहर व्याप्त है। बिहार के राज्यपाल फागु चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, अश्विनी चौबे, पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव,  राजद नेता शिवानंद तिवारी सहित भाजपा नेताओं ने अरुण जेटली को अपनी श्रद्धांजलि दी है। भाजपा व जदयू कार्यालयों में श्रद्धांजलि सभा की गई।

सीएम नीतीश ने जतायी गहरी संवेदना 
मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन पर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि अरूण जेटली जी विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने भारत सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निवर्हन किया। वे एक उत्कृष्ट न्यायविद भी थे। उन्‍होंने कहा कि जेटली ने उच्च राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्षाें की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्च शिखर को प्राप्त किया। उन्हाेंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं के परे सभी विचारधारा के राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया। अरूण जेटली जी से मेरा व्यक्तिगत संबंध था, उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं। अरूण जेटली जी का निधन देश के लिये एक अपूरणीय क्षति है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता, उनकी कमी हमेशा खलेगी। 

सुशील मोदी बोले: बिहार के लिए कई बार बने थे संकटमोचक
अरुण जेटली के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उन्हें बेहतरीन रणनीतिकार, कुशल चुनाव प्रबंधक, प्रखर प्रवक्ता, राजनीति से लेकर क्रिकेट की बारीकियों का जादूगर, उदारवादी परंतु राष्ट्रवादी विचारों से ओतप्रोत, मित्रता निभाने वाला राजनेता बताया हैं। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि अरुण जेटली की कमी को वर्षों तक पूरा नहीं किया जा सकेगा। मोदी ने कहा कि अगर अरुण जेटली नहीं होते तो जीएसटी लागू करना कठिन होता। विभिन्न विचारों के बीच सहमति बनाने में वे माहिर थे। अनेक बार राजनीतिक संकट उत्पन्न होने पर बिहार के लिए भी जेटली जी संकटमोचक साबित हुए थे।

कुशल प्रशासक एवं ख्यातिप्राप्त राजनेता थे: नीरज 
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने पूर्व वित्त मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। मंत्री नीरज कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि अरुण जेटली का निधन ना केवल भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है बल्कि एनडीए और देश की कभी न पूरी होने वाली क्षति है। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली कुशल प्रशासक, ख्यातिप्राप्त राजनेता और बड़े कानूनविद थे। वे छात्र जीवन से ही एक ही पार्टी से जुड़े रहे और जिन्दगीभर एक ही पार्टी में बने रहे। उन्हें एक प्रखर नेता के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से देश ने एक प्रखर वक्ता खो दिया। 

जेपी आंदोलन में जेटली की बड़ी भूमिका थी : राबड़ी
अपने शोक संदेश में राबड़ी ने अरुण जेटली को आपातकाल के दौरान बेहद सक्रिय बताया और कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण से भी उनके अच्छे संबंध थे। जेपी आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका थी। उनके निधन से विधि, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने कहा कि देश के रक्षा एवं वित्त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिमेदारी उन्होंने कुशलतापूर्वक निभाई। उनका सामाजिक सरोकार मजबूत था और देश के जानेमाने वकील थे। सांसद मीसा भारती एवं विधायक तेज प्रताप यादव ने भी जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट कर शोक प्रकट किया।


रामविलास पासवान ने किया माल्‍यार्पण

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन पर लोजपा ने गहरा शोक जताया है। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष, सांसद चिराग पासवान व प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने संयुक्त रूप से अपने शोक संदेश में कहा कि जेटली सिर्फ राजनीतिक ही नहीं, बल्कि बहुआयामी व्यक्तित्व वाले शख्स थे। उनके द्वारा किए गए कार्यों को देश कभी नहीं भूल सकता। वह भाजपा के संकटमोचक भी माने जाते थेे। इतना ही नहीं, रामविलास पासवान व चिराग पासवान दिल्‍ली स्थित उनके आवास पर गए और पार्थिव शरीर पर माल्‍यार्पण किया। 

पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतनराम मांझी ने जताया शोक 
अरुण जेटली के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शोक जताते हुए कहा कि जेटली एक सुलझे हुए व्यक्ति थे और प्रधानमंत्री की टीम के प्रमुख सदस्य थे। उनके निधन से राजनीति जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। हम के प्रवक्‍ता दानिश रिजवान ने भी इसे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया। 

जेटली देश की राजनीति में ध्रुवतारे की तरह चमकते रहेंगे : स्पीकर 
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राजनीति में वे ध्रुवतारा की तरह चमकते रहेंगे। अपनी सदाचारिता, सौम्यता और बुद्धिमत्ता के कारण उनकी चमक कभी कम नहीं होगी। स्पीकर ने कहा कि उनके निधन की सूचना पाकर मैं स्तब्ध और मर्माहत हूं। जेटली का जाना देश की राजनीतिक के लिए अपूरणीय क्षति है। 

भाजपा नेताआें ने भी जेटली को दी श्रद्धांजलि 
अरुण जेटली के निधन पर बिहार भाजपा में शोक की लहर है। पार्टी नेताओं ने वरिष्ठ नेता के असामयिक निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने जेटली के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि अरुण जेटली का निधन मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि देश ने एक कुशल राजनेता और विद्वान अधिवक्ता खो दिया है। पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा है कि वित्त मंत्री के रूप में अरूण जेटली ने देश की अर्थनीति को एक नई दिशा दी थी। सांसद आरके सिन्हा भी जेटली के निधन से मर्माहत हुए हैं। पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के असामयिक निधन से स्तब्ध हूं।

राजद नेताओं ने जताया शोक

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अरुण जेटली को शानदार इंसान बताया और कहा कि राज्यसभा में छह साल तक उन्हें करीब से देखने, सुनने और समझने का मौका मिला। उनके व्यक्तित्व में उदारता थी जो दल की सीमा से अलग थी। शिवानंद ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तो जेटली दिल्ली में उनके कवच की तरह थे। हर तरह से उनका बचाव करते थे। राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे, अशोक कुमार सिंह, डॉ. तनवीर हसन, आलोक मेहता एवं चितरंजन गगन ने कहा कि जेटली के दूसरे दलों के नेताओं से भी अच्छे संबंध थे। 

जदयू कार्यालय में भी याद किए गए जेटली

जदयू प्रदेश कार्यालय में शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी गई। दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति व परिवार वालों को धैर्य धारण की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की गई। इस मौके पर लघु जल संसाधन एवं विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, विधान परिषद में जदयू के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रवींद्र प्रसाद सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रदेश महासचिव डॉ नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, नंदकिशोर कुशवाहा, विद्यानंद विकल, प्रतिभा सिंह व श्याम पटेल सहित बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि अरुण जेटली के निधन से देश ने एक जाने-माने अधिवक्ता और राजनेता को खो दिया है। इसकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अरुण जेटली छात्र राजनीति से शिखर तक पहुंचे। 

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