सड़क सुरक्षा के बारे में स्कूली बच्चों को कराया जाएगा रू ब रू, होंगे सुरक्षित

बीएसआरडीसी ने स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है ताकि बच्चे सड़क दुर्घटना का शिकार होने से बच सके।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 May 2018 01:13 PM (IST) Updated:Mon, 07 May 2018 01:20 PM (IST)
सड़क सुरक्षा के बारे में स्कूली बच्चों को कराया जाएगा रू ब रू, होंगे सुरक्षित
सड़क सुरक्षा के बारे में स्कूली बच्चों को कराया जाएगा रू ब रू, होंगे सुरक्षित

पटना [राज्य ब्यूरो]। बढ़ रही सड़क हादसों के मद्देनजर स्कूली बच्चों को सड़क पर कैसे चलना है, वाहन पर चलने के पहले किन किन बातों का ख्याल रखना है वगैरह आदि से संबंधित बातों की जानकारी स्कूलों में दी जाएगी। ताकि बच्चे किसी भी प्रकार के दुर्घटना के शिकार होने से बचे रहें। समय रहते उन्हें एक तरीके ट्रॉफिक नियमों के पालन संबंधित बातों की जानकारी देने की योजना बनाई गई है।

बिहार राज्य पथ विकास निगम (बीएसआरडीसी) के इंजीनियर अब स्कूली बच्चों को हर हफ्ते यह बताने उनके विद्यालय पहुंचेंगे कि किस तरह से उन्हें सड़क पार करना है, सड़क पर कैसे चलना है और सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए क्या करें। बीएसआरडीसी ने पिछले दिनों एक हफ्ते तक सूबे के विभिन्न स्कूलों में इस तरह का अभियान चलाया था। अब योजना बन रही है कि इस सिस्टम को नियमित मोड में लाकर काम किया जाए।

हर हफ्ते दस स्कूलों को लक्ष्य करने की योजना

बीएसआरडीसी के आला अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि बच्चों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाने के उद्देश्य से इस लक्ष्य के साथ योजना बन रही है कि हर हफ्ते कम से कम दस स्कूलों में निगम के इंजीनियर जाएं। बीएसआरडीसी के पांच कार्यपालक अभियंता फील्ड में तैनात हैं। अगर हर शनिवार वे दो स्कूलों में जाएंगे तो दस स्कूल कवर होंगे।

सड़कों के किनारे स्कूलों में चलेगा अभियान

बीएसआरडीसी अपना यह अभियान उन स्कूलों में चलाएगा जो निगम द्वारा निर्मित सड़कों के किनारे स्थित हैं। निगम ने आकलन किया है कि पूरे बिहार में इस तरह के 119 स्कूल हैं जो बीएसआरडीसी द्वारा बनाए गए स्टेट हाईवे के किनारे स्थित हैं।

गांव वाले भी सड़क सुरक्षा का वीडियो देखने आए

बीएसआरडीसी में सड़क सुरक्षा अभियान की कमान संभाले अधिकारियों ने बताया कि एक हफ्ते तक स्कूली बच्चों के बीच सड़क सुरक्षा अभियान को ले जो अभियान चलाया गया वह काफी सफल रहा। बीएसआरडीसी की वीडियो स्क्रीन वाला वैन जहां भी पहुंचा वहां स्कूली बच्चों के साथ ग्रामीणों ने भी इसमें दिलचस्पी ली। वीडियो के माध्यम से बच्चों को यह बताया गया कि जिस सड़क पर फुटपाथ नहीं है उस पर कैसे चला जाए, सड़क कैसे पार करनी है, रोड पर बने सिग्नल का क्या मतलब होता है। बच्चों ने वह वीडियो काफी पसंद किया जिसमें यह दिखाया गया है कि अगर पापा हेलमेट नहीं पहनते हैं तो उनकी मोटरसाइकिल पर बैठो ही नहीं।

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