बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक की जांच पर बड़ा अपडेट! CSBC के तत्कालीन अध्यक्ष के घर पहुंची EOU; दो घंटे तक की पूछताछ

बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पूर्व डीजीपी एवं केंद्रीय चयन पर्षद के तत्कालीन अध्यक्ष एसके सिंघल से पूछताछ की गई है। मामले की जांच कर रही ईओयू की विशेष टीम ने सिंघल के बेली रोड स्थित आवास पर जाकर करीब दो घंटे तक सवाल-जवाब किए। बता दें कि पिछले साल एक अक्टूबर को परीक्षा ली गई सिपाही भर्ती की परीक्षा लीक हो गई थी।

By Sunil Raj Edited By: Mohit Tripathi Publish:Thu, 11 Apr 2024 11:07 PM (IST) Updated:Thu, 11 Apr 2024 11:07 PM (IST)
बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक की जांच पर बड़ा अपडेट! CSBC के तत्कालीन अध्यक्ष के घर पहुंची EOU; दो घंटे तक की पूछताछ
केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती के तत्कालीन अध्यक्ष थे पूर्व डीजीपी। (सांकेतिक फोटो)

HighLights

  • सिपाही भर्ती पेपर लीक में पूर्व डीजीपी एसके सिंघल से पूछताछ
  • आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने आवास पर जाकर दो घंटे तक की पूछताछ

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पूर्व डीजीपी एवं केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के तत्कालीन अध्यक्ष एसके सिंघल से पूछताछ की गई है।

मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की विशेष टीम ने सिंघल के बेली रोड स्थित आवास पर जाकर करीब दो घंटे तक सवाल-जवाब किए।

सिपाही के 21 हजार से अधिक पदों पर बहाली के लिए पिछले साल एक अक्टूबर को परीक्षा ली गई थी जिसका पेपर लीक हो गया था। उस समय एसके सिंघल ही सिपाही पर्षद के अध्यक्ष थे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईओयू के एसपी के नेतृत्व में गई टीम ने करीब दो घंटे तक सिंघल से पूछताछ की।

इस दौरान परीक्षा संचालन से जुड़े कई पहलुओं से संबंधित सवाल किए गए। परीक्षा के आयोजन, प्रश्न पत्रों की सुरक्षा से लेकर पूरी व्यवस्था की निगरानी आदि की क्या व्यवस्था थी, इससे जुड़ी जानकारी तत्कालीन अध्यक्ष से ली गई।

सूत्रों के अनुसार, पूर्व डीजीपी ने जांच टीम को पूरा सहयोग किया और सहजता के साथ सवालों के जवाब दिए। उनके स्तर पर क्या कोई चूक हुई इसकी भी जानकारी एकत्र की गई है। पेपर लीक या अनियमितता रोकने को क्या पहल और इंतज़ाम किए गए थे, इसकी भी जानकारी जांच टीम ने ली।

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दिसंबर में अध्यक्ष पद से हटा दिए गए थे सिंघल :

सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद राज्य सरकार ने पिछले साल दिसंबर में पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उनकी जगह अग्निशमन एवं होमगार्ड सेवा की डीजी शोभा ओहटकर को सिपाही भर्ती पर्षद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। बाद में राज्य सरकार ने वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी जितेंद्र कुमार को सिपाही पर्षद का पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।

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मार्च में पर्षद कार्यालय की तलाशी, अब तक 225 गिरफ्तार :

अक्टूबर में पेपर लीक के बाद ईओयू ने डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लन के नेतृत्व में 23 सदस्यीय एसआइटी का गठन किया था। जांच टीम ने राज्य के अलग-अलग थानों में दर्ज 74 कांडों का अनुसंधान किया। इसके अलावा ईओयू ने अलग से भी प्राथमिकी दर्ज की है। इस दौरान कदाचार में संलिप्त 225 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। ईओयू ने पिछले माह मार्च में सात घंटे तक पर्षद के नए एवं पुराने कार्यालयों को खंगाला था। इस दौरान कंप्यूटर, लैपटाप, मोबाइल समेत कई उपकरण और दस्तावेजों की भी जांच की गई थी। जांच टीम ने अध्यक्ष के कमरे के साथ गोपनीय शाखा, विशेष कार्य पदाधिकारी का कक्ष, लेखा शाखा आदि की भी गहन तलाशी ली।

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