पाकिस्तानी नंबर से आया एक कॉल, 'बेटी को छुड़ाना चाहते हो तो...' भागकर कॉलेज पहुंचा पिता; फिर सामने आया सच
Bihar Crime News साइबर अपराधियों की गतिविधियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इसके लिए लगातार नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है ताकि कोई इनके झांसे में आकर ठगी का शिकार न हो। पटना से भी एक ऐसा मामला सामने आया है। यहां पाकिस्तानी नंबर से काॅल कर एक शातिर ने खुद को कोतवाल बताया। हालांकि बाद में उसकी चोरी पकड़ी गई।
जागरण संवाददाता, पटना। पाकिस्तानी नंबर से काॅल कर स्वयं को कोतवाली का थानेदार बता शातिर ने जब छात्रा के घरवालों से बात की तो उनके होश उड़ गए। शातिर बोला- आपकी बेटी और एक अन्य युवती को पटना वीमेंस काॅलेज से 20 लाख रुपये के गबन मामले में गिरफ्तार किया है, अगर उसे छुड़ाना चाहते हैं तो पैसे भर दें अन्यथा पिटाई कर बुरा हाल कर दूंगा।
पाकिस्तान के कंट्री कोड से शुरू था नंबर
उसने छात्रा से हूबहू मिलती आवाज में पिता से भी बात करवाई। इसके बाद उसके पिता काॅलेज पहुंचे, जहां बेटी को देखने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली। तब समझ गए कि वे साइबर ठगी का शिकार होने वाले थे। उन्होंने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की।
थानेदार राजन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार, किदवईपुरी की आइएएस कालोनी में रहने वाले एक परिवार की बेटी पटना वीमेंस काॅलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष में पढ़ाई करती है। गुरुवार को उसके पिता के मोबाइल पर वाट्सएप काॅल आया, जिसका नंबर 92 पाकिस्तान के कंट्री कोड से शुरू था।
प्रोफाइल फोटो में IPS अधिकारी की फोटो
हालांकि, प्रोफाइल फोटो में आइपीएस अधिकारी की वर्दी पहने एक व्यक्ति की तस्वीर थी। छात्रा के पिता ने काॅल रिसीव की तो कहा गया कि मैं कोतवाली का थानेदार विनोद पांडेय बोल रहा हूं।
आपकी बेटी को उसकी सहेली के साथ 20 लाख रुपये के गबन मामले में काॅलेज से गिरफ्तार किया गया है। यह खबर सुनकर वे हक्के-बक्के रह गए। काॅलेज आने पर उन्होंने प्रबंधन को पूरी बात बताई, तब उन्हें बेटी से मिलने दिया गया। सच सामने आने पर वे शिकायत करने कोतवाली गए।
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