कनाडा भेजने के नाम पर बुलाया पटना, पैसे लेने के बाद थी हत्या की साजिश

जालंधर के युवक को कनाडा भेजने के नाम पर टिकट और वीजा के लिए बुलाया पटना

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Oct 2018 01:21 AM (IST) Updated:Mon, 15 Oct 2018 01:21 AM (IST)
कनाडा भेजने के नाम पर बुलाया पटना, पैसे लेने के बाद थी हत्या की साजिश
कनाडा भेजने के नाम पर बुलाया पटना, पैसे लेने के बाद थी हत्या की साजिश

- जालंधर के युवक को कनाडा भेजने के नाम पर टिकट और वीजा के लिए बुलाया पटना

- बेहोशी की दवा देकर बनाया बंधक, पैसे वसूलने के बाद करनी थी हत्या, पुलिस को आते देख खिड़की तोड़कर भागा बदमाश जागरण संवाददाता,

पटना । जालंधर के रहने वाले प्लस टू के छात्र रमणदीप को कनाडा में पढ़ाई और नौकरी दिलाने के नाम पर शातिर ठगों ने पटना बुलाया। फिर वीजा, टिकट और जरूरी कागजात जमा करने का झांसा देकर किराये के कमरे में ले गए। पिस्टल सटाकर उसके हाथ -पैर बांध दिए गये और बेहोशी की दवा देकर उसे बंधक बना लिया। सूचना के बाद मौके पर शास्त्रीनगर थाने की पुलिस पहुंची और रमणदीप को वहां से मुक्त करा लिया। तलाशी के दौरान कमरे से 9 एमएम की गोली, आधार कार्ड, कुछ फोटो, बैंक खातों की डिटेल्स और एटीएम कार्ड बरामद किया गया है। दरसअल, जालंधर के रहने वाले युवक रमणदीप को कनाडा में पढ़ने और नौकरी दिलाने के नाम पर जालंधर के दो एजेंट हरमल और हरप्रीत ने रमणदीप के पिता सरदार सिंह से 26 लाख रुपये में सौदा तय किया था। पासपोर्ट और अन्य जरूरी कार्यो को पूरा करने के नाम पर बतौर एडवांस उनलोगों ने चार लाख रुपये ले लिए थे। इसके बाद उन्होंने रमणदीप को वीजा और टिकट के लिए पटना जाने को कहा। नौ तारीख को रमणदीप दिल्ली से पटना हवाई जहाज से आया। यहां उतरने के बाद उसने एजेंट द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क किया। कुछ ही देर में उसे लेने के लिए बोलेरो से तीन-चार लोग पहुंचे और होटल ले गए। फिर वहां से उसे दफ्तर में जरूरी कागजी कार्रवाई को पूरी करने के लिए शास्त्रीनगर थाने के एजी कॉलोनी स्थित डीके यादव के मकान संख्या सी. 64 में ले गए। वहां उनलोगों ने रमणदीप की कनपट्टी पर पिस्टल सटा दी और उसके हाथ पैर बांधकर उसे बंधक बना लिया। फिर उसे बेहोशी की दवा दे दी। तीस घंटे बाद उसकी नींद खुली तो बदमाशों ने इंटरनेशनल नंबर से कॉल कर उसके पिता को फोन मिलाया और उसे यह कहने को मजबूर किया कि वह टोरंटो पहुंच गया है। बाकी के पैसे हरमल और हरप्रीत को दे दें। परंतु उसके पिता को उसकी आवाज से कुछ शक हुआ। उसने अपने साले के बेटे अमनदीप को कॉल किया जो कनाडा में ही रहकर नौकरी करता है। वह उसके द्वारा बताये पते पर उसे खोजने वहां पहुंचा, परंतु वह नहीं मिला। फिर जिस इंटरनेशनल नंबर से उसके पिता को कॉल की गई थी, उस नंबर पर भी उसने संपर्क करने की कोशिश की, परंतु वह बंद मिला। इधर, कमरे में रमणदीप को छोड़कर तीन में से दो बदमाश चले गए। दोनों के जाते ही वहां मौजूद एक बदमाश से रमणदीप उलझ गया। दोनों के बीच मारपीट होने लगी। आसपास रहने वालों को चीखने -चिल्लाने की आवाज मिली। उनलोगों ने एसएसपी और पीसीआर को फोन कर मामले की जानकारी दी। शास्त्रीनगर की पुलिस पहुंची मौके पर :

सूचना पाते ही शास्त्रीनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके पूर्व मौका पाकर वहां मौजूद एक बदमाश खिड़की तोड़कर फरार हो गया। पुलिस रमणदीप को वहां से थाने ले गई। सूचना के बाद उसके परिजन पटना पहुंचे और रमणदीप को सही सलामत पाकर राहत की सांस ली। वहीं पुलिसिया पूछताछ में रमणदीप ने बताया कि जालंधर में मौजूद एजेंट को पैसे मिलने के बाद ये लोग उसकी हत्या करने की बात कह रहे थे। पुलिस मोबाइल नंबर और अन्य सुराग द्वारा इसमें शामिल बदमाशों तक पहुंचने में जुटी है।

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