मास्क पहनने में लापरवाही पड़ रही भारी

आम हो या खास इस समय यदि सुरक्षात्मक उपायों में थोड़ी सी भी चूक की तो कोरोना आपको दबोच सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 08:12 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 08:12 AM (IST)
मास्क पहनने में लापरवाही पड़ रही भारी
मास्क पहनने में लापरवाही पड़ रही भारी

पटना। आम हो या खास, इस समय यदि सुरक्षात्मक उपायों में थोड़ी सी भी चूक की तो कोरोना आपको दबोच ही लेगा। किस चूक के कारण आप कोरोना की चपेट में आ गए, इसका अंदाजा तो दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले आलाधिकारी तक नहीं लगा पा रहे हैं। उनका मानना है कि हर दिन सैकड़ों लोगों से मिलने-जुलने के क्रम में वे संक्रमित हो गए हैं। वहीं डॉक्टरों के अनुसार ऐसा नहीं है। आजकल जब भी कोई मिलने आता है वह मास्क पहन कर आता है और अंजान व्यक्ति से बातचीत करते समय अधिकारी भी सावधानी से मास्क पहने रहते हैं। जिले के अधिकांश आलाधिकारी मीटिग व सार्वजनिक स्थलों पर बोलने के दौरान मास्क नीचे कर लिया करते थे। यही नहीं मीटिग के दौरान ही सभी लोग चाय आदि भी पीते थे। इससे उनके कोरोना होने की आशंका ज्यादा है। ऐसे में आमजन को मास्क पहनने और उतारने के नियमों का पालन सख्ती से करना चाहिए। पीएमसीएच के कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. पूर्णानंद झा के अनुसार कोरोना काल में मीटिग आदि के दौरान सबके साथ चाय आदि पीने या आपस में बात करने के क्रम में मास्क को गले में लटकाना एक खतरनाक प्रवृत्ति है। यह आदत देर-सबेर आपको कोरोना की चपेट में लाएगी ही। कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर तरीका यही है कि घर से बाहर कहीं भी हों, शारीरिक दूरी का पालन करें। मास्क पहने और हाथों की सफाई करते रहें। बिना हाथ धोए उसे मुंह, नाक, आंख या किसी भी खुले अंग में लगाना खतरे का कारण हो सकता है। घर से बाहर निकलते समय जब लोग मास्क पहनें तो उसे बीच में उतारना नहीं चाहिए। इसके अलावा लोग सांस लेने में दिक्कत आदि का हवाला देते हुए जब ड्राइव आदि कर रहे होते हैं तो उसे नाक या मुंह से नीचे गले में लटका लेते हैं। इसके बाद दोबारा भीड़ में उसे मुंह-नाक पर लगाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यदि अपार्टमेंट में रहते हैं तो फ्लैट से बाहर निकलने के साथ ही तीनों सावधानियों को पालन सख्ती से शुरू कर दें।

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: मास्क पहनने के नियम : - मास्क पहनने के पहले और बाद में हाथ को साबुन से धोएं। - इसे ऐसे पहनें कि नाक के ऊपरी हिस्से से लेकर ठुड्डी तक कसा रहे और चेहरे के किसी भाग से उठा नहीं रहे। नहीं तो दूसरों की खांसी व छींक के कण प्रवेश कर सकते हैं। - अगर मुंह और नाक मास्क से ठीक प्रकार से नहीं ढंका है तो इसे पहनने का कोई फायदा नहीं है। - मास्क खरीदते समय अच्छी तरह चेक कर लें कि उसमें कोई छेद तो नहीं है। उसे इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह धोकर सुखा लें। - जब मास्क नम लगने लगे तो तुरंत उसे उतार कर दूसरा पहनें और पहले वाले को धो व सुखाकर ही दोबारा इस्तेमाल करें। - सर्जिकल मास्क एक बार में छह से आठ घंटे इस्तेमाल के लिए ही होता है। इसे बार-बार प्रयोग नहीं करें।

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: यह कतई नहीं करें :

- मास्क का उतारते समय हमेशा पीछे से डोरी या इलास्टिक निकाल कर उसे सावधानी से वाशिंग पाउडर के घोल या डिस्इंफेक्टेंट में डाल दें। - सामने से मास्क उतारने में उसमें लगे वायरस गले आदि में आकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। - मास्क को खिसकाकर गले पर नहीं रखें, बेहतर होगा उसे उतार दें और जरूरत होने पर दूसरा पहनें। - आधी नाक ढंकना, सिर्फ नाक या मुंह ढंकना, एक गलत आदत है, इसे तुरंत छोड़ दें। - नाक, गाल और ठुड्डी वाले भाग में ठीक से कसा है कि नहीं यह चेक करना नहीं भूलें। - एक दिन पहना मास्क, बिना धोए दूसरे दिन नहीं पहनना चाहिए। - मास्क की डोरी या इलास्टिक बांधने का तरीका सीखना चाहिए। डोरी या कान में फंसाने वाले मास्क आसान हैं पर सिर के पीछे से आने वाली डोरी एक ऊपर और दूसरी कान के नीचे से आनी चाहिए।

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