जातीय जनगणना पर सुशील मोदी की नीतीश को दो टूक, दो मिनट के वीडियो में भाजपा का स्टैंड किया साफ

बिहार में जातीय जनगणना का विरोध कर रही भाजपा की तरफ से नया स्टैंड सामने आया है। राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बीजेपी ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया। केंद्र के लिए यह संभव नहीं है। राज्य सरकार चाहे तो करा सकती है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 17 May 2022 03:29 PM (IST) Updated:Tue, 17 May 2022 03:29 PM (IST)
जातीय जनगणना पर सुशील मोदी की नीतीश को दो टूक, दो मिनट के वीडियो में भाजपा का स्टैंड किया साफ
सांसद सुशील कुमार मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण आर्काइव।

जागरण टीम, पटना। बिहार में जातिगत जनगणना नहीं कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी मुखर रही है। समय-समय पर बीजेपी के नेता राज्य में जातीय जनगणना की जरूरत नहीं होने की बात करते रहे हैं। इसके उलट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) बिहार के पिछड़ा होने की बात कहते हुए जातीय जनगणना पर विपक्ष के साथ है। हाल ही में इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुलाकात भी हुई थी। रविवार को नीतीश ने कहा था कि जातिगत जनगणना को लेकर जल्द ही सर्वदलीय बैठक कर निर्णय ले लिया जाएगा। मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भाजपा ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया। केंद्र सरकार के लिए इसे कराने संभव नहीं है। राज्य सरकार चाहे तो वह स्वतंत्र है। 

भाजपा ने कभी जातीय गणना का विरोध नहीं किया है।बिहार विधान सभा ,विधान परिषद ,ओड़िसा विधान सभा के सर्वसम्मत प्रस्ताव में साथ थी।PM से बिहार और झारखंड के सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल में शामिल थी I pic.twitter.com/i9aTeEhB2T— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 17, 2022

भाजपा ने कभी नहीं किया जातीय जनगणना का विरोध

ट्विटर पर वीडियो जारी कर सुशील मोदी ने कहा कि दुष्प्रचार किया जा रहा है कि भाजपा जातीय जनगणना के विरोध में है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में बिहार विधानसभा और विधान परिषद से दो-दो बार सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ था। इन दोनों प्रस्तावों के पास होने के समय भाजपा भी शामिल थी। मोदी ने कहा कि अगर हम जातीय जनगणना के विरोध में होते तो शामिल ही क्यों होते? उन्होंने कहा कि ओडिशा विधानसभा में भी इसको लेकर प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें भाजपा साथ थी। उन्होंने याद दिलाया कि जातीय जनगणना को लेकर जब सभी पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएम नरेन्द्र मोदी से मिलने गए थे तो हमने अपनी सरकार के वरिष्ठ मंत्री जनकराम को शामिल किया। सुशील मोदी ने कहा कि अगर हम विरोध में ही होते तो भाजपा की तरफ से किसी को क्यों भेजते। सुशील मोदी ने कई राज्यों का हवाला देते हुआ कहा कि बीजेपी ने कभी जातिगत जनगणना का विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस संबंध में दुष्प्रचार कर रहे हैं। केंद्र सरकार के लिए जातीय जनगणना कराना संभव नहीं है। राज्य सरकार इसके लिए स्वतंत्र है। 

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