बिहार में राज्य प्रदूषण नियंत्रण ने दी चेतावनी, बंद कर दिए जाएंगे 268 अस्पताल
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने राज्य के 268 अस्पतालों को बंद करने की चेतावनी दी है। इन अस्पतालों द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निष्पादन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है।
पटना, जेेनएन। पटना के लोगों के लिए बुरी खबर है। अभी यह अंदेशा मात्र है पर जल्द ही सच्चाई बन सकती है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने राज्य के 268 अस्पतालों को बंद करने की चेतावनी दी है। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद का कहना है कि इन अस्पतालों द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निष्पादन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। इन अस्पतालों को बार-बार निर्देश दिया गया, लेकिन वे बोर्ड की चेतावनी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसमें से 27 को बंद करने का निर्देश दिया गया है।
प्रदूषण बोर्ड द्वारा सारण के 58, गोपालगंज के 42, जहानाबाद के 5, जमुई के सात, कैमूर के दो, मधेपुरा के 23, मुंगेर के 17, मुजफ्फरपुर के 71, किशनगंज के 22 और नालंदा के 21 अस्पतालों को बंद करने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा अरवल, अररिया, बांका, गया, भागलपुर एवं बेगूसराय के अस्पतालों को जैव चिकित्सा का सही निष्पादन के लिए निर्देश दिया गया है।
सूबे में तीन सामूहिक निष्पादन केंद्र
राज्य में तीन सामूहिक उपचार केंद्र स्थापित किये गए हैं। वर्तमान में पटना, भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर में सामूहिक जैव कचरा निष्पादन केंद्र स्थापित किया गया है। इन केंद्रों पर जैव कचरा निष्पादित करने की व्यवस्था की गई है।