जबर्दस्‍त घोटाला: बिहार के छपरा में एक परिवार के आठ लोगों को मिले आवास योजना के रुपए, बच्‍चे भी नहीं रहे पीछे

Bihar News साहब अगर आफिस से निकलकर जांच करते तो आवास योजना में नहीं होता फर्जीवाड़ा। छपरा जिले में एक ही परिवार के आठ लोगों को मिला आवास योजना का लाभ। अविवाहित बच्‍चों को भी नहीं छोड़ा गया।

By Prawin KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Sep 2022 01:44 PM (IST) Updated:Mon, 26 Sep 2022 04:07 PM (IST)
जबर्दस्‍त घोटाला: बिहार के छपरा में एक परिवार के आठ लोगों को मिले आवास योजना के रुपए, बच्‍चे भी नहीं रहे पीछे
बिहार के छपरा जिले में आवास योजना में घोटाला। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

प्रवीण, भेल्दी (सारण)। Bihar News: गरीबों को घर देने वाली स्‍कीम प्रधानमंत्री आवास योजना अफसरों के लापरवाह रवैये और भ्रष्‍टाचार के कारण अपने मकसद से कई बार भटक जाती है। बिहार के छपरा जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां रसूखदार व बिचौलिए की मिलीभगत से गरीबों के साथ हकमारी हो रही है। एक ही परिवार के कई लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है।

एक परिवार के आठ लोगों ने योजना का लाभ लिया

बताया जा रहा है कि परसा प्रखंड के शोभेपुर पंचायत अंतर्गत आने वाले बरियारपुर गांव के एक ही परिवार के आठ लोग आवास योजना का लाभ ले रहे हैं। अगर अफसर इस योजना के प्रत‍ि गंभीर होते, तो शायद ऐसी नौबत नहीं आती। बरियारपुर गांव निवासी स्वर्गीय शिवचंद्र के दो पुत्र हैं, चंदेश्वर राय व  बाबूलाल राय। चंदेश्वर राय के चार पुत्र हैं, जिनमें दो विवाहित हैं व दो अविवाहित है।

अव‍िवाह‍ित बेटों को भी मिले घर बनाने के पैसे 

इनमें दोनों अविवाहित व एक विवाहित लड़कों को आवास योजना का लाभ मिल चुका है, जबकि एक विवाहित पुत्र की पत्नी का लिस्ट में नाम है। मगर अभी तक रुपये का उठाव नहीं हो सका है। वही बाबूलाल राय समेत तीन पुत्रों को आवास योजना का लाभ मिला है। उनमें से दो की शादी नहीं होने के बावजूद रुपये का उठाव कर लिया गया है।

परिवार के चार अविवाहित सदस्‍यों को मिला योजना का लाभ

जिन आठ व्यक्तियों के नाम से प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की राशि का उठाव किया गया है उनमें से चार अविवाहित है। सरकार द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार वैसे अविवाहित लोगों को आवास योजना का लाभ देना है, जिनकी उम्र 30 वर्ष से अधिक हो गई है और भवन के अभाव में उनकी शादी नहीं हो रही है। मगर जिन लोगों के नाम से रुपये उठाए गए हैं उन सभी की उम्र 30 वर्ष से कम है।

केस नंबर एक - बाबूलाल राय स्वर्गीय शिवचंद्र राय ग्राम बरियारपुर उम्र 50 वर्ष। आइडी नंबर बीएच 140291960 । तीनों किस्त मिल चुकी है।

केस नंबर दो - बाबूलाल राय के पुत्र उपेंद्र कुमार की पत्नी इंदु देवी उम्र 28 वर्ष। आइडी नंबर, बीएच 140291967

 । अभी दो किस्त मिली है। 

केस नंबर तीन - बाबूलाल राय के पुत्र रमेश कुमार उम्र 18 वर्ष। सरकारी बाबुओं द्वारा रमेश कुमार को आनलाइन जो डाटा पेश किया गया है, उसमें इनके लिंग को ट्रांसजेंडर दिखाया गया है। रमेश कुमार अविवाहित हैं। आइडी नंबर 140299741 । तीनों किस्त मिल चुकी है।

केस नंबर चार - बाबूलाल राय के ही पुत्र शैलेश कुमार उम्र 18 वर्ष। अविवाहित हैं। आइडी नंबर, बीएच 140299795 । इनको भी तीनों किस्त मिल चुकी है।

केस नंबर पांच - स्वर्गीय शिव चंद्र राय के ही दूसरे पुत्र चंदेश्वर राय हैं। इनके पुत्र श्रवण कुमार राय को भी आवास योजना का लाभ मिला हुआ है। उनकी उम्र 26 वर्ष है। ये भी अविवाहित हैं। आइडी नंबर है बीएच 140338859

। अब तक दो किस्त ले चुके हैं। 

केस नंबर छह - चंदेश्वर राय के पुत्र है राजेंद्र राय। इनकी शादी हो चुकी है। उनकी पत्नी रेखा कुमारी के नाम से भी आवास योजना का लाभ लिया गया है। आइडी नंबर बीएच 14033 8885 । इनको अबतक दो किस्त प्राप्त हो चुकी है।

केस नंबर सात - चंदेश्वर राय के पुत्र हैं सुगन कुमार, जिनकी उम्र 20 वर्ष है। इनकी शादी नहीं हुई है। आइडी नंबर है 140342680 । इनको भी अब तक दो किस्त मिली है।

केस नंबर आठ - चंदेश्वर राय के पुत्र हैं सिकंदर राय, जिनकी पत्नी हैं सगुनी देवी। आइडी नंबर 139474820 । इनका नाम लिस्ट में है, मगर इनके नाम से अभी कोई किस्त जारी नहीं हुई है।

परसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह का कहना है कि आवास योजना में फर्जीवाड़े की सूचना पर आवास सहायक को तत्काल जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिन लोगों ने फर्जीवाड़ा किया है, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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