बिहार पंचायत चुनाव 2021: पंचायत चुनाव को लाइन में खड़े मतदाता नहीं ठोक सकेंगे खैनी

Bihar Panchayat Election 2021 निर्वाचन विभाग चुनाव में तंबाकू के सेवन पर रोक लगा दी है। ऐसा करते पकड़े जाने पर परिसर में त्वरित कार्रवाई करने का प्रावधान किया है। ऐसै में पंचायत चुनाव की लाइन में खड़े मतदाता खैनी नहीं ठोक सकेंगे।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 04:38 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 04:38 PM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव 2021: पंचायत चुनाव को लाइन में खड़े मतदाता नहीं ठोक सकेंगे खैनी
पंचायत चुनाव में तंबाकू सेवन पर रोक लगाई गई है। सांकेतिक तस्वीर।

संवाद सहयोगी, चौसा (बक्सर): किसी भी कार्य हेतु लाइन लगी हो, ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र के तंबाकू के तलबगार लाइन में खड़े-खड़े तलब मिटाने के लिए खैनी ठोकने लगते हैं। इस बार पंचायत चुनाव में मतदान केंद्रों पर लाइन में खड़े व्यक्ति तंबाकू की तलब नहीं मिटा सकेंगे। निर्वाचन विभाग चुनाव में तंबाकू के सेवन पर रोक लगा दी है। ऐसा करते पकड़े जाने पर परिसर में त्वरित कार्रवाई करने का प्रावधान किया है।

राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर यह निर्देश दिया है कि सभी मतदान केंद्र पर तंबाकू मुक्त परिसर का बोर्ड लगाने के साथ ही दीवाल लेखन किया जाएगा। इससे तंबाकू नियंत्रण की दिशा में जागरूकता लाई जा सकेगी। वहीं परिसर में तंबाकू इस्तेमाल करते हुए पकड़े जाने पर त्वरित दंड का प्रावधान किया है। विगत वर्ष कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी किया गया था कि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू या तंबाकू उत्पादों का सेवन कर यत्र-तत्र थूकते हैं, तो छह माह कैद अथवा 200 रुपये जुर्माना लगेगा। हालांकि, थोड़े दिन समय-समय पर अभियान चलाया गया। जुर्माना भी किया गया, लेकिन अभियान पर कोई विशेष जोर नही दिया। चौसा अंचल पदाधिकारी बृज बिहारी प्रसाद ने बताया कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। वहीं डा. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकना संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। थूकने के कारण कोरोना, इसेफलाइटिस, यक्ष्मा स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। 

पंचायत चुनाव में इस बार भाग्य आजमाने की लगी है होड़ 

संवाद सहयोगी, चक्की (बक्सर) : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सभी प्रत्याशी अपने पंचायतों में प्रचार प्रसार तेजी से करना शुरू कर दिए है। वोटरों के घर पर हर दिन कोई ना कोई प्रत्याशी दस्तक देना शुरू कर दिए हैं। प्रत्याशी वोटरों को रिझाने नई-नई तरकीब अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इधर, मतदाता परेशान हैं, क्योंकि इस बार हर गांव से एक पद के लिए कई उम्मीदवार मैदान में आने को आतुर हैं। 

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