बिहार में डीएम और सिविल सर्जन करेंगे डॉक्‍टर और नर्स की बहाली, जानें कितना मिलेगा वेतन और क्‍या है प्रक्रिया

Bihar Doctor Nurse and Health Workers Recruitment बिहार के जिलों में तुरंत हो सकेगी डॉक्‍टर नर्स और अन्‍य स्‍टाफ की बहाली अस्पतालों में नई नियुक्ति के लिए डीएम अस्पताल अधीक्षक प्रिंसिपल अधिकृत अस्थायी तौर पर होगी डॉक्टर अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 08:59 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 08:59 AM (IST)
बिहार में डीएम और सिविल सर्जन करेंगे डॉक्‍टर और नर्स की बहाली, जानें कितना मिलेगा वेतन और क्‍या है प्रक्रिया
बिहार में आपात स्थिति के लिए मेडिकल स्‍टाफ की होगी बहाली। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। Doctors and Health Workers Recruitment in Bihar: बिहार में कोरोना के बढ़ते नए मामले और अस्पतालों में डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी संक्रमण का फैलाव रोकने में बड़ी बाधा बन रही है। सरकार ने इस समस्या के निदान के लिए तत्काल प्रभाव से अतिरिक्त डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मियों की अस्थायी नियुक्ति का फैसला लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने जिलों में अस्थायी तौर पर मानव बल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए डीएम, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक, प्रिंसिपल और सिविल सर्जनों को अधिकृत किया गया है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को दी।

तीन महीने के लिए मानदेय पर होगी बहाली

मंत्री पांडेय ने बताया कि मानव बल बढऩे से कोरोना मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी और उनका सही उपचार हो सकेगा। मंत्री ने कहा कि जिन कर्मियों का चयन होगा उन स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों को उचित मानदेय दिया जाएगा। मंत्री के अनुसार तीन महीने के लिए अस्थायी तौर पर बहाल होने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक में पीजी डॉक्टरों को सात हजार रुपये, एवं डिप्लोमा को पांच हजार रुपये प्रतिदिन प्रति शिफ्ट के अनुसार भुगतान किया जाएगा। इनके अलावा एमबीबीएस डॉक्टरों को चार हजार रुपये प्रतिदिन प्रति शिफ्ट दिए जाएंगे। इनके अलावा बीएससी (नर्सिंग) को हजार रुपये प्रति दिन प्रति शिफ्ट, जीएनएम को 15 सौ रुपये और एएनएम को हजार रुपये प्रति शिफ्ट प्रति दिन दिए जाएंगे।

मल्‍टी टास्‍किंग स्‍टाफ की भी हो सकेगी नियुक्ति

मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय की यह दर कोरोना काल में निर्धारित की गई एक विशिष्ट दर है। जिसे किसी भी स्तर पर मानक नहीं माना जाएगा। इसके अलावा लैब टेक्निशियन, वार्ड ब्वॉय, डाटा इंट्री ऑपरेटर, मल्टी टास्किंग स्टाफ की सेवा भी पूर्व से प्रचलित दरों पर मासिक आधार पर ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि आवश्यक मानव बल की संख्या का निर्धारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित समिति के स्तर पर होगा।

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