Bihar Cabinet Expansion: हुजूम के बीच बुलंद होते रहे नारे, अपने नेता की एक झलक पाने को बेचैन दिखा हर चेहरा

By Rahul KumarEdited By: Publish:Tue, 16 Aug 2022 06:05 PM (IST) Updated:Tue, 16 Aug 2022 06:05 PM (IST)
Bihar Cabinet Expansion: हुजूम के बीच बुलंद होते रहे नारे, अपने नेता की एक झलक पाने को बेचैन दिखा हर चेहरा
मंत्री पद की शपथ लेते राजद और जदयू के नेता। जागरण

राज्य ब्यूरो,पटना। न धूप की चिंता न ही दूरी का डर यहां तो बस उम्मीद टहल रही है इधर से उधर। कब शपथ होगी कब नेता जी बाहर आएंगे और कब उनसे मुलाकात, बात होगी। नीतीश मंत्रिमंडल के शपथ से ऐन पहले और शपथ होने तक राजभवन के बाहर कुछ ऐसा ही नजारा दिखा। यहां मौजूद हर शख्स यह जानना चाहता है, आखिर उसके नेता को कौन से विभाग मिलने जा रहा है। बाहर खड़े लोग कोई भी गाड़ी आने पर उधर लपक रहे है। 

सुबह के 10:30 बज रहे थे। पुलिस, सैप, होम  गार्ड से लेकर यहां ट्रैफिक पुलिस तक के जवान मौजूद थे। कोशिश थी कि किसी प्रकार से बदइंतजामी न होने पाए। यहां जुटा हुजूम बीच-बीच मे नारे बुलंद करता रहा। चाचा-भतीजा जिंदाबाद। मसला विकास है। जिसकी जैसी सोच जवाब वैसे ही आ रहे थे। राजभवन के सामने राजद के कुछ समर्थक राजद के झंडे, पोस्टर से सजी साइकिल पर सवार होकर अपने नेता का इंतजार करते दिखे। वे यह भी बता रहे थे कि राज्य में अब विकास की बयार बहेगी। चाचा-भतीजे की जोड़ी मिलकर बिहार को बदलेगी फिर दिल्ली के तख्त के लिए भी कूच होगा। 2024 में दिल्ली में महागठबंधन की सरकार बनेगी।

21 किलो मखाने की माला लेकर पहुंचे समर्थक

दूसरी ओर दरभंगा से कुछ लोग 21 किलो की मखाने की माला के साथ राजभवन के बाहर प्रतीक्षा करते दिखे। वे दरभंगा के बहादुरपुर से मदन सहनी को यह माला भेंट करने आये थे। यह माला यहां आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी।

राबड़ी के साथ आए तेज प्रताप

शपथ शुरू होने के कुछ लम्हा पहले तेजस्वी यादव पहुंचे और समर्थकों का अभिवादन करते हुए राजभवन में प्रवेश कर गए। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सुरक्षा घेरे में पहुंचे। अंदर शपथ समारोह शुरू हुआ। लोगबाग बाहर जानना चाहते थे कि आखिर किस-किस ने शपथ ली और कौन अभी बाकी है। अब एक बजने में कुछ देर रह गए थे। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम हो चुका था। कुछ औपचारिकता के बाद राज्य के नए मंत्रियों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका था। शपथ लेने वाले मंत्रियों में रामानंद यादव सबसे पहले बाहर आये। पीछे-पीछे तेजप्रताप यादव की गाड़ी बाहर आई। पीछे की सीट पर राबड़ी देवी भी थीं। इससे पहले मुख्यमंत्री भी निकले और सीएम हाउस में प्रवेश कर गये। राजभवन के बाहर अब समर्थकों का जुटान कम होने लगा। लोग वापस जा रहे थे, इस उम्मीद में कि नई शुरुआत उनकी जिंदगी को खुशहाल बनाएगी। कल से काम मे तेजी आएगी और राज्य प्रगति की नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।

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