बिहार में बोले औवैसी, नीतीशजी को क्या कहूं, वो तो अब पीएम मोदी की गोद में जा बैठे

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अपने बिहार दौरे पर मंगलवार को बिहार के किशनगंज पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तो खुद पीएम मोदी की गोद में जा बैठे हैं।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 10 Jul 2018 07:03 PM (IST) Updated:Wed, 11 Jul 2018 12:27 PM (IST)
बिहार में बोले औवैसी, नीतीशजी को क्या कहूं, वो तो अब  पीएम मोदी की गोद में जा बैठे
बिहार में बोले औवैसी, नीतीशजी को क्या कहूं, वो तो अब पीएम मोदी की गोद में जा बैठे

पटना [जेएनएन]। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा चुनाव की तैयारी को देखते हुए बिहार दौरे पर निकले हैं। मंगलवार को ओवैसी ने किशनगंज जिले में अपनी पार्टी के लोगों से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की।

इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम इसबार किशनगंज से चुनाव लड़ेंगे और दूसरे कहां की सीट से लड़ेंगे ये हमारे दिगर साहब तय करेंगे। दिगर साहब खुद किशनगंज से उम्मीदवार होंगे। वहीं, गठबंधन के हिस्सा बनने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि 'हम उनलोगों से पूछना चाह रहे हैं कि जो असेंबली इलेक्शन के दौरान हमपर वाहियात किस्म के इलजाम लगाए थे कि ये तो वोट काटने आए हैं, ये करने आए हैं, वो करने आएं हैं? वो लोग खुद क्या कर रहे हैं? 

ओवैसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब नीतीश कुमार खुद मोदी साहब की गोद में जाकर बैठ गए हैं। नीतीश कुमार का बीजेपी में जाकर बैठ जाना तो ये तो दोनों पार्टी, कांग्रेस और आरजेडी पर तय होता है। उन्होंने तो वोट हासिल किया था कि बीजेपी को रोकेंगे। अब ये वो बताएं कि ये सब कैसे हुआ? इनकी भी जिम्मेदारी है और वो इसको रोकने में नाकाम साबित हुए हैं। यहां पर बीजेपी सरकार भी आ गई।

वहीं, दूसरी ओर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जहां पर 371 के तहत विकास संरचना तय होता है वहां के मुखामिल लोग खुद तय करते हैं कि कितने स्कूल चाहिए, दवाखाने कितने बनेंगे, नौकरियां मुखामिल लोग को मिलेंगे। वर्षों से आपने दूसरे पार्टियों को मौका दिया। उन्होंने सीमांचल से न्याय नहीं किया। 

आज हम ये समझते हैं कि यहां के आवाम को इंसाफ मिल सके। यहां पर तरक्की हो। बरसात के जमाने में कैसे खेत कट जाती है, कितनी परेशानियां होती है। कितने लोग बेघर हो जाते है। ये मेरे से बेहतर आप जानते हैं। और जब बर्बादी-तबाही आ जाती है तो वर्षों लग जाते हैं और काम नहीं होता है।

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