CM नीतीश बोले, फेंकी गई चप्पल सीने पर लगी है, गोली भी खाने को तैयार हूं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जनता के लिए मैं गोली भी खाने को तैयार हूं। किसी के डर से चुप नहीं बैठूंगा। जनता के हित और सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा, करता रहूंगा। मुख्यमंत्री का पद कांटों का ताज होता है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 02 May 2016 02:12 PM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 02:39 PM (IST)
CM नीतीश बोले, फेंकी गई चप्पल सीने पर लगी है, गोली भी खाने को तैयार हूं

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जनता के लिए मैं गोली भी खाने को तैयार हूं। किसी के डर से चुप नहीं बैठूंगा। जनता के हित और सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा, करता रहूंगा। मुख्यमंत्री का पद कांटों का ताज होता है।

मुख्यमंत्री सोमवार को एक अणे मार्ग में जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतें सुनने के दौरान एक युवक ने मुझ पर कस कर चप्पल फेंकी, जो मेरे सीने पर आकर लगी। अपने कुरते की ओर दिखाते हुए कहा कि अभी भी चप्पल का दाग है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक युवक ने उनपर चप्पल उछाल दिया। वह मुख्यमंत्री को अपनी समस्या सुनाते समय अचानक आवेश में आ गया। खास बात यह भी है कि चप्पल उछालने वाले युवक का नाम भी नीतीश कुमार है।

युवक सरकार के उस आदेश से खफा था, जिसके अनुसार सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक खाना बनाने या पूजा-पाठ के लिए आग जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आक्रोशित युवक ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि आप हिंदू नहीं हैं क्या? नौ बजे के बाद पूजा-पाठ क्यों बंद करा दिये हैं?

कुर्ते पर लगा चप्पल का दाग

बाद में मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि अभी तक कुर्ते पर चप्पल का दाग है। मुख्यमंत्री बोले के उन्होंने डीजीपी से युवक को माफ कर देने को कहा है। कहा, "लोगों की सेवा के लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं। फूलों की सेज पर बैठने के लिए मैंडेट नहीं है। इच्छा से कांटों का ताज ग्रहण किया है।" मुख्यमंत्री ने इस घटना में सुरक्षा की भी कोई चूक से इंकार किया।

अरवल का रहने वाला है युवक

युवक अरवल का रहने वाला है। उसका भी नाम नीतीश कुमार है। पिछले दिनों उसे भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के जनता दरबार में भी देखा गया था। वहां भी उसने हल्ला किया कि वह आरएसएस का प्रचारक बनना चाहता है। एडीजी (पुलिस मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि उसके खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया गया है।

पहले समझ ही नहीं पाए नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस वक्त उक्त युवक ने उन पर चप्पल फेंका, वे समझ नहीं पाए कि माजरा किया है। पुलिस वालों ने उसे पकड़ा। मैंने तुरंत कहा कि मारपीट नहीं करें। उसे बिठाया और पूछा कि क्या बात है? इसपर उसने कहा कि आप हिंदू के खिलाफ क्यों हैं? हवन पर रोक क्यों लगा दी है? मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उस युवक को समझाया।

इस कारण खफा था युवक
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगलगी की लगातार हो रही घटनाओं के कारण के बारे में जिलाधिकारियों से पूछा गया तो एक बात यह सामने आयी थी कि सुबह नौ बजे के बाद पछुआ हवा तेज होने के बाद हवन की चिंगारी से भी आग की घटनाएं हुई हैं। इसके बार सरकार की ओर से जो एडवाइजरी जारी की गयी, उसमें इसका उल्लेख आया। नौ बजे के पहले हवन कर लेने की सलाह दी गयी। आग लगने के कारणों के बारे में लोगों को सचेत करना और एडवाइजरी जारी करना कोई गुनाह है क्या?

सीएम के जनता दरबार में बेहोश हुआ युवक

एक तरफ चप्पल उछालने वाली घटना हुई ही थी कि दूसरी ओर एक और घटना देखने को मिली। जनता दरबार में गर्मी की वजह से एक युवक बेहोश हो गया। इसके पहले उसने तेज पेट दर्द की शिकायत की। बाद में जनता दरबार में तैनात सुरक्षाकर्मी उसे डॉक्टर के पास ले गए। प्राथमिक इलाज के बाद उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

महिला ने लगाई गुहार- मेरा बेटा ढूंढ दीजिए

जनता दरबार में दरभंगा से आई महिला नसीमा खातून ने मुख्यमंत्री से बेटे की बरामदगी के लिए गुहार लगाई। दरभंगा के बेता मुहल्ला की रहने वाली नसीमा के बेटे का तीन साल पहले अपहरण हुआ था। तीन साल बीत जाने के बाद भी पुलिस उसके बेटे को बरामद नहीं कर सकी है।

उसने बताया कि आरोपी केस उठाने के लिए परेशान कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। महिला की शिकायत सुनने के बाद डीजीपी ने उसे कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

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