पत्नी के अवैध संबंध का शक, मरीन इंजीनियर ने बना डाला ऐसा प्लान....

पति-पत्नी के बीच उपजे संदेह में पति ने अपने पड़ोसी पर शक करते हुए उसकी जान लेने की कोशिश की। घायल पड़ोसी को गंभीर हालत में पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 29 Jul 2016 10:43 AM (IST) Updated:Fri, 29 Jul 2016 11:22 PM (IST)
पत्नी के अवैध संबंध का शक, मरीन इंजीनियर ने बना डाला ऐसा प्लान....

पटना [जेएनएन]। मुंबई में रहने वाले यहां के एक मरीन इंजीनियर को शक था कि पड़ोसी का चक्कर उसकी पत्नी से चल रहा है। इस शक पर मरीन इंजीनियर युवक ने ऐसा प्लान बनाया जिसकी भनक न तो उसकी पत्नी को लग पाई न ही पड़ोसी बैंक मैनेजर को। आग्रह कर वह उसे मॉर्निंक वाक पर घुमाने ले गया और सुनसान जगह पर चाकू से हमला कर उसकी जान लेने की कोशिश की।

घटना कदमकुआं थाना क्षेत्र के रोड नंबर-13 की है। दोनों लोग परिवार से दूर रहते हैं। घायल नरेंद्र गुडग़ांव में पंजाब नेशनल बैंक का मैनेजर है जबकि आरोपी विनोद का मुख्यालय मुंबई में है। विनोद एक महीने से पटना में है जबकि नरेंद्र दो दिन पूर्व ही घर आया था। उसे गंभीर हालत में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।

मूल रूप से बेगूसराय का निवासी नरेंद्र बहादुरपुर थाना क्षेत्र के रोड नंबर-15 में स्थित नारायण बिहार अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 301 में रहता है। 2008 से ही वह इस अपार्टमेंट में रह रहा है। इसी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 305 में मुंगेर निवासी विनोद का परिवार रहता है। मरीन इंजीनियर होने के कारण विनोद प्राय: जहाज पर ही रहता है।

उसकी कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है। बच्चों के साथ उसकी पत्नी इसी फ्लैट में रहती है। नरेंद्र और विनोद में जान-पहचान के कारण दोनों का एक-दूसरे के यहां आना-जाना था। नरेंद्र हर महीने गुडग़ांव में पटना आता था, जबकि विनोद तीन-चार माह के अंतराल पर। एक माह पूर्व पत्नी का पैर टूट गया तो भी विनोद भी इलाज के सिलसिले में पटना आया था। दो दिन पहले नरेंद्र भी आ गया।

मृत समझ कर छोड़ा

विनोद को अपनी पत्नी और नरेंद्र के बीच अवैध संबंध का शक था। योजनाबद्ध तरीके से गुरुवार को सुबह सात बजे वह नरेंद्र को मार्निंग वॉक के लिए रोड नंबर-13 पर लेकर आया। सुनसान जगह देख विनोद ने नरेंद्र की पीठ में चाकू घोंप दी। जमीन पर गिरने के बाद पेट और सिर पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करता रहा। जब उसे यकीन हो गया कि नरेंद्र मर चुका है तब वह वहां से भाग निकला।

छटपटाते देखते रहे राहगीर

सड़क किनारे बेहोश नरेंद्र खून से लथपथ था। राहगीर करीब जाकर देखते और चलते बनते। किसी ने उसे अस्पताल तक पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। बाद में पुलिस ने पीएमसीएच की इमरजेंसी में भर्ती कराया।

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