अपराध पर लगाम लगाने को पुलिस के साथ रहेंगे कुत्ते, सूंघ के लगाएंगे विस्फोटकों का पता

पटना में जमीन के अंदर और बाहर किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थों का पता लगाने वाले 25 कुत्ते खरीदे जाएंगे।

By Edited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 02:00 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 01:08 PM (IST)
अपराध पर लगाम लगाने को पुलिस के साथ रहेंगे कुत्ते, सूंघ के लगाएंगे विस्फोटकों का पता
अपराध पर लगाम लगाने को पुलिस के साथ रहेंगे कुत्ते, सूंघ के लगाएंगे विस्फोटकों का पता
पटना, जेएनएन। शहर में बढ़ रही क्राइम की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए नई तरकीब सोची गई है। अब पुलिस का साथ ट्रेंड कुत्ते देंगे। ये पटना में हो रही हर तरफ की घटनाओं पर लगाम लगाने में माहिर होंगे। जमीन के अंदर और बाहर किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थ का पता लगाने वाले 25 कुत्ते खरीदे जाएंगे। इसके लिए सीआइडी ने हरी झंडी दे दी है।

खदीदे जाएंगे लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते

आतंकी और नक्सली वारदातों में हो रहे इजाफे के मद्देनजर लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते खरीदे जाएंगे। इस संबंध में बीएसएफ के अधिकारियों की राय ली गई थी। उन्हीं के सुझाव पर इस प्रजाति के कुत्ते की खरीद होगी। बिहार की आबोहवा के लिहाज से यही प्रजाति मुफीद है।

तीन संस्थानों से हुई बात
कुत्ते की खरीदारी के लिए सीआइडी अधिकारियों ने तीन संस्थानों से बात की है। सबसे पहले ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी गए। परंतु वहां बीएसएफ अधिकारियों ने इस प्रजाति के कुत्ते के पिल्ले उपलब्ध नहीं होने का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए। वहां दो-तीन साल की प्रतीक्षा सूची चल रही है। हालांकि बीएसएफ ने यह जरूर कहा कि यदि सीआइडी कुत्ते खरीदकर उन्हें दे दे तो उसकी ट्रेनिंग वे लोग दे देंगे। इसके अलावा पंजाब के मोहाली स्थित होमगार्ड के डॉग ट्रेनिंग सेंटर में भी यहां के अधिकारी गए थे। वहां एक कुत्ते की कीमत 2.50 लाख रुपये बतायी गई।

1.71 लाख रुपये होगी ट्रेंड के बाद कुत्ते की कीमत
फिर तेलंगाना के मोएनाबाद की ओर अधिकारियों ने रुख किया। यहां से हाल ही में सरकार ने 20 ऐसे कुत्तों की खरीद की है जो शराब खोजने में सक्षम हैं। यहां एक कुत्ते की कीमत ट्रेनिंग की समाप्ति तक 1.71 लाख बताई गई है। अब अधिकारियों को निर्णय लेना है कि कुत्ते की खरीदारी कहां से की जाए।

बारूदी सुरंग पहचानने में प्रशिक्षित होंगे कुत्ते
खरीदे जाने वाले कुत्ते स्निफर, ट्रैकर और बारूदी सुरंग पहचानने में ट्रेंड होंगे। स्निफर डॉग किसी भी संदिग्ध पदार्थ या व्यक्ति को सूंघकर उनकी पहचान करता है। वहीं ट्रैकर डॉग चोरी, डकैती, रेप आदि कांडों में कारगर साबित होते है। अपराधी के छूटे हुए सामानों को सूंघकर उस तक पहुंचते हैं। जबकि माइंस श्रेणी का कुत्ता जमीन के अंदर छिपाकर रखे गए किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थ का पता लगा लेता है।

अभी बिहार में हैं कुल 68 खोजी कुत्ते
फिलहाल बिहार में कुल 68 खोजी कुत्ते हैं। इनमें 48 पहले से थे। एक दिन पहले तेलंगाना से शराब खोजने की ट्रेनिंग लेकर 20 शराब खोजी कुत्ते पटना पहुंचे हैं।
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