फाल्ट ठीक करने के दौरान विद्युत पोल पर ही झुलसा मिस्त्री, हुई मौत

नवादा रोह थाना क्षेत्र के कोशी-रूखी मोड़ के पास विद्युत पोल पर ही एक बिजली मिस्त्री 26 वर्षीय अखिलेश कुमार की मौत हो गई। मृतक पकरीबरावां थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के निवासी शंकर यादव के पुत्र थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 11:59 PM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 11:59 PM (IST)
फाल्ट ठीक करने के दौरान विद्युत पोल पर ही झुलसा मिस्त्री, हुई मौत
फाल्ट ठीक करने के दौरान विद्युत पोल पर ही झुलसा मिस्त्री, हुई मौत

नवादा : रोह थाना क्षेत्र के कोशी-रूखी मोड़ के पास विद्युत पोल पर ही एक बिजली मिस्त्री 26 वर्षीय अखिलेश कुमार की मौत हो गई। मृतक पकरीबरावां थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के निवासी शंकर यादव के पुत्र थे। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया। 11 हजार वोल्ट वाहक तार में अचानक बिजली प्रवाहित होने से हादसा हुआ। घटना के बाद स्थानीय अभियंता का फोन नॉट रिचेबल मिलने लगा तो पावर हाउस के कर्मी कार्यालय में ताला जड़ कर फरार हो गए। जिसके कारण लोगों में और आक्रोश और बढ़ गया।

आक्रोशित लोगों ने जाम में फंसे कई बाइक सवार के साथ मारपीट किया। तथा पुलिसकर्मियों पर भी पथराव की कोशिश किया। प्रदर्शकारियों को समझाने पहुंचे बिजली विभाग के एसबीओ मकेश्वर यादव के साथ मारपीट किया। वे किसी तरह वहां से भागकर जान बचा पाए।

जानकारी के अनुसार कोशी कृषि फीटर में बिजली सुबह से नहीं थी। शटडाउन लेकर लाइन चेक करने के उपरांत रोह-रूपौ पथ के किनारे कोशी-रूखी मोड़ के पास स्थित पोल पर मिस्त्री अखिलेश कुमार कृषि फीटर का तार जोड़ने के लिए चढ़े। कुछ ही मिनटों के बाद बिजली आ गई। जिसके कारण उक्त मिस्त्री पोल पर ही झुलस कर दम तोड़ दिया। घटना स्थल के पास ही उसका पल्सर बाइक बीआर 27 एम -3170 भी लगी हुई है। शटडाउन लेने के बाद भी बिजली कैसे आ गई, यह विभाग के कोई भी कर्मी बताने को तैयार नहीं है। वैसे बताया जा रहा है कि बिजली कटने के बावजूद तार से विद्युत प्रवाह जारी रहता है। यह भी मौत का कारण बन सकता है। सूचना मिलते ही रोह पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। पर प्रदर्शनकारी विभाग के एसडीओ को बुलाने की मांग करने लगे। काफी मशक्कत आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया। तब छह घंटे बाद शव को पोल से नीचे उतारा गया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया गया। इसके पूर्व घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और उनके स्वजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए। और सड़क जाम कर दिया। जिसके कारण दोनों ओर लगभग तीन-तीन किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। प्रदर्शनकारियों ने कई बाइक सवारों के साथ मारपीट भी किया। पुलिस पर पथराव करने की भी कोशिश किया। जाम के कारण लोगों को कड़कड़ाती धूप में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर बच्चों को काफी परेशानी हुई। एसडीओ सदर के आने के बाद काफी मशक्कत और आश्रितों को उचित मुआवजा राशि दिए जाने के आश्वासन के बाद जाम हटा। तब लगभग छह घंटे बाद यातायात सामान्य हुई। और आम लोगों ने राहत की सांस लिया।

chat bot
आपका साथी