स्कूल के पास जलजमाव, परेशानी

हिसुआ नगर के कंचनबाग स्थित कन्या मध्य विद्यालय का भवन नाले में डूबा हुआ है। नाली की गंदगी से निकलने वाली दूषित हवा से स्कूली छात्राओं व शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jun 2017 03:04 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jun 2017 03:04 AM (IST)
स्कूल के पास जलजमाव, परेशानी
स्कूल के पास जलजमाव, परेशानी

नवादा। हिसुआ नगर के कंचनबाग स्थित कन्या मध्य विद्यालय का भवन नाले में डूबा हुआ है। नाली की गंदगी से निकलने वाली दूषित हवा से स्कूली छात्राओं व शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही आसपास के लोग भी परेशानी झेल रहे हैं। तसलाबनुमा बना इस नाला के पानी का निकास की व्यवस्था नहीं है, जिस कारण नाले में जमा पानी काफी दूषित हो गया और गंदगी सड़ने से बदबू फैल रही है। स्कूल के बगल के रास्ते से आते-जाते लोग भी अपने नाक-मुंह पर रुमाल ढंककर या हाथ से नाक बंदकर पार करते हैं। दिलचस्प है कि यह विद्यालय और नाला हिसुआ नगर पंचायत कार्यालय, हिसुआ प्रखंड कार्यालय और कन्या इंटर विद्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर है, बावजूद इस ओर किसी अधिकारी को ध्यान नहीं है। सालों भर कन्या मध्य विद्यालय नाले में डूबा रहता है। गर्मी में तो यह आलम है तो बरसात में क्या स्थिति रहती होगी, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

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सेहत पर बुरा असर

- विद्यालय नाले में होने के कारण स्कूली बच्चों के सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। विद्यालय के मुख्य रास्ता को छोड़कर तीनों ओर नाले का पानी जमा रहता है। गंदे पानी का जमाव रहने के चलते महामारी की आशंका बनी रहती है। इस स्थिति से छात्राएं सहमी रहती हैं। दूषित वातावरण होने से यहां पढ़ने आ रही छात्राएं अक्सर बीमार रहती हैं। बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाना व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है।

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कहते हैं प्रधान शिक्षक

प्रधान शिक्षिका शोभा देवी कहती हैं कि विद्यालय के तीनों ओर नाला होने से ज्यादा परेशानी होती है। नाले से निकलने वाली दूषित हवा से शिक्षक एवं बच्चे परेशान रहते हैं। खिड़कियां बंद कर रखना पड़ता है। दूषित वातावरण के कारण छात्राओं की उपस्थिति भी कम होती है। कई बार विभाग को लिखित सूचना दिया गया, पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।

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