दुकान के स्टाफ के साथ मिलकर दोस्त की ली थी जान

थाना क्षेत्र के उत्तर बाजार बड़ी मस्जिद गली निवासी आशीष कुमार उर्फ मोनू हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। घटना के 12 घंटे के भीतर पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Apr 2018 11:39 PM (IST) Updated:Wed, 18 Apr 2018 11:39 PM (IST)
दुकान के स्टाफ के साथ मिलकर दोस्त की ली थी जान
दुकान के स्टाफ के साथ मिलकर दोस्त की ली थी जान

नवादा। थाना क्षेत्र के उत्तर बाजार बड़ी मस्जिद गली निवासी आशीष कुमार उर्फ मोनू हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। घटना के 12 घंटे के भीतर पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों में मृतक का दोस्त स्टेशन रोड निवासी विशाल कुमार और उसके दुकान का स्टाफ आकाश कुमार शामिल है। मोबाइल सर्विलांस के जरिए दोनों की संलिप्तता सामने आई। एसपी विकास बर्मन ने बुधवार को नगर थाना में प्रेस वार्ता कर बताया कि मंगलवार की सुबह मोनू की हत्या की जानकारी मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने कांड का अनुसंधान करना शुरु कर दिया। इसी क्रम में मृतक के दोस्त विशाल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे बताया कि मृतक की पत्नी के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। मोबाइल पर भी दोनों के बीच चै¨टग होती थी। इसी प्रेम प्रसंग को लेकर उसने मोनू की हत्या का प्लान बनाया। उसने अपने दुकान के स्टाफ को बीस हजार रुपये में हत्या का सौदा तय किया। स्टाफ को एक मोबाइल भी दिया। इसके बाद 16 अप्रैल की रात करीब 8 बजे दोनों ने मिलकर वारिसलीगंज चीनी मिल में मोनू की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इसी क्रम में चाकू टूट गया, जिससे उसका हाथ जख्मी हो गया। विशाल की निशानदेही पर घटना में संलिप्त आकाश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही चाकू, मोबाइल, कपड़े, बाइक आदि बरामद किए गए हैं।

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मृतक की पत्नी से भी होगी पूछताछ

- एसपी ने बताया कि विशाल और मृतक की पत्नी के बीच अवैध संबंध था। दोनों के बीच मोबाइल पर चै¨टग हुआ करती थी। मृतक की पत्नी का भी मोबाइल जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अनुसंधान के क्रम में मृतक की पत्नी से भी पूछताछ की जाएगी। जिसमें हत्याकांड में उसकी संलिप्तता का पता लगाया जाएगा। एसपी ने बताया कि कांड उछ्वेदन में पकरीबरावां एसडीपीओ श्रीप्रकाश ¨सह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम में वारिसलीगंज थाना की पुलिस और डीआइयू की टीम को लगाया गया था।

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यार ने ही लूट लिया घर यार का

- मृतक आशीष उर्फ मोनू ने पांच साल पहले झारखंड के बोकारो जैनामोड़ निवासी प्रमोद प्रसाद की पुत्री पूजा से प्रेम विवाह रचाया था। दो बर्ष पूर्व मोनू स्टेशन की जमीन पर फुटपाथ पर कपड़े का दुकान खोल रोजगार शुरू किया। तब मोनू को पास के फुटपाथी श्रृंगार दुकानदार विशाल चौरसिया से दोस्ती हो गई। दोनों का एक दूसरे का घर आना जाना शुरू हो गया। इसी बीच विशाल का मोनू की पत्नी से प्रेम प्रसंग कायम हो गया। प्रेमी युगल को मोनू का बीच में आना नागवार गुजरा और विशाल ने अपने दुकान के स्टाफ के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने का सेफ जोन चीनी मिल का मैदान को चुना। -------------

पत्नी ने दर्ज कराई प्राथमिकी

- मृतक की पत्नी पूजा देवी ने संदेह के आधार पर दो लोगों के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। एसपी ने बताया कि कांड का खुलासा हो जाने के बाद दोनों निर्दोष साबित हुए हैं। पुलिस ने असली हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है।

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पुलिस को दी बधाई

- मोनू हत्याकांड की गुत्थी 12 घंटे के भीतर सुलझ जाने के बाद बाजारवासियों ने पुलिस को बधाई दी है। दोनों हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद मसुदा ग्रामीण नवलेश कुमार किरण अपने साथियो के साथ थाना पहुंचे और थानाध्यक्ष मृत्युजंय प्रसाद ¨सह को बधाई देते हुए गुलदस्ता भेंट किया। जनअधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव राजीव कुमार, मुखिया अनुप यादव समेत कई स्कूलों के बच्चों और अमन पसंद लोगों ने पुलिस के कार्य की सराहना करते हुए थानाध्यक्ष और पूरी टीम को बधाई दी है।

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