मड़ही पूजा सोमवार से,तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

संस नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के पांडेयगंगौट व वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बाली गांव में दो व तीन नवंबर को मड़ही पूजा होने वाली है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:03 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:03 PM (IST)
मड़ही पूजा सोमवार से,तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
मड़ही पूजा सोमवार से,तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

संस, नवादा : जिले के कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के पांडेयगंगौट व वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बाली गांव में 02 व 03 नवंबर को आयोजित होने वाले मड़ही पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कोविड 19 को देखते हुए पूजा समिति द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही है। शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य किया गया है। दो दिनों तक चलने वाले समारोह के दौरान दूर दराज के क्षेत्रों से आने वालों के लिए रहने से लेकर भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। देवाशरीफ से सूफी संतों का आना आरंभ हो गया है।

दो दिवसीय पूजा के दूसरे दिन पाण्डेयगंगौट में बलि देने की प्रथा है। बाली मड़ही के व्यवस्थापक देवाश्रय कुमार चंचल व पांडेय गंगौट से जुड़े नारायण स्वामी मोहन ने बताया कि पूजा को ले समिति द्वारा शांति समिति से लेकर हर प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अलग अलग जिम्मेवारी दी गई है। प्रेम पंथ के पथिक हाजी हाफिज वारिस अली शाह व उनके अनुयायी महंथ बाबा की याद में आयोजित पूजा समारोह में धर्म व जाति का बंधन तोड़ भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर तरह की सुविधा का इंतजाम किया गया है। हालांकि कोरोना को देखते हुए श्रद्धालुओं के आने में कमी हो सकती है।

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