गरीबों की थाली से दूर हो रही हरी सब्जियां

संसू नारदीगंज मंहगाई की मार से आमलोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। इन दिनों गरीबों की थाल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Nov 2020 05:57 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 05:57 PM (IST)
गरीबों की थाली से दूर हो रही हरी सब्जियां
गरीबों की थाली से दूर हो रही हरी सब्जियां

संसू, नारदीगंज : मंहगाई की मार से आमलोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। इन दिनों गरीबों की थाली से हरी सब्जियां दूर हो रही है। हरी सब्जी के लिए लोग लालायित हैं। दूसरी ओर प्याज रोटी खाएंगे, हरि का गुण गाएंगे वाली कहावत के अर्थ भी बदल गए हैं। हालत ये कि प्याज का दाम आसमान छूने लगा है। प्याज व सेब दोनों में दोस्ताना संबंध बन गया है,दोनों एक ही दाम पर बिक रहा है। नारदीगंज बाजार में इन दिनों प्याज खरीदना है,तो कीमत 80 रुपये प्रति किलो और सेब भी 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अन्य सब्जियां की भी कीमत में काफी बढ़ोतरी है,जो आमलोगों की पहुंच से बाहर है। नारदीगंज सब्जी मंडी में विक्रेताओं के अनुसार प्याज 80 रुपये, पूराना आलू 40 रुपये, बोदी, सेम, करैला, भिडी समेत अन्य सब्जी भी 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। वही फूलगोबी 40 से 50 रुपये प्रति पीस बिक रहा है। साग को कोई पूछता नहीं था,पालक व लाल साग के दाम में भी आग लगी हुई है। इस परिस्थिति में गरीब परिवार तो क्या मध्यम वर्ग के लोगों के लिए भी हरी सब्जी खरीदना आसान बात नहीं रही। हालत यह है कि उनके थाली से हरी सब्जी गायब है। उल्लेखनीय है कि एक ओर लॉकडाउन के चलते लोगों का काम धंधा बंद रहा, लोगों के सामने बेरोजगारी की हालत बनी रही, अब मंहगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है। व्यवसायी वर्ग के लोग कहते हैं कि प्याज व टमाटर बाहर से आते हैं। इन सब्जियों को लाने में परिवहन व्यय अधिक पड़ रहा है, जिससे उत्पादित सामान मंहगे हो गए हैं। स्थानीय मनोज शर्मा,अशोक सिंह,रामाशीष शर्मा,मो. जैनुल अहमद,संजय कुमार आदि ने बढ़ती मंहगाई पर सरकार से अंकुश लगाने की मांग की है।अन्यथा स्थिति काफी भयावह बन सकती है।

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