जन्म-मृत्यु निबंधन को दिया गया प्रशिक्षण

सदर प्रखंड कार्यालय सभागार में मंगलवार को प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Mar 2018 06:47 PM (IST) Updated:Tue, 20 Mar 2018 06:47 PM (IST)
जन्म-मृत्यु निबंधन को दिया गया प्रशिक्षण
जन्म-मृत्यु निबंधन को दिया गया प्रशिक्षण

नवादा। सदर प्रखंड कार्यालय सभागार में मंगलवार को प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित जानकारी दी गई। बीडीओ ने निबंधन कार्य का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि जन्म और मृत्यु पंजीयन अधिनियम 1969 को बिहार में अप्रैल 1970 से लागू किया गया है। बाद में कुछ संशोधन करते हुए जनवरी 2000 से इसे प्रभावी बनाया गया। इसके तहत एक वर्ष के अंदर प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक तथा एक वर्ष के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को विलंबित जन्म और मृत्यु पंजीयन के लिए शक्ति प्रदान की गई है। 21 दिनों के अंदर अपने पोषक क्षेत्र में घटित जन्म और मृत्यु की घटनाओं का पंजीयन करने के लिए पंचायत सचिव के नियंत्रण में काम करने वाली आंगनबाड़ी सेविकाओं को उप रजिस्ट्रार बनाया गया है। बीडीओ ने कहा कि प्रत्येक जन्म एवं मृत्यु की घटनाओं का पंजीयन कराना कानूनन अनिवार्य है। समय पर पंजीयन करा लेने से भविष्य में आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि 21 दिनों के अंदर पंजीयन निश्शुल्क है। 21 दिनों के बाद 30 दिनों के अंदर दो रुपये विलंब शुल्क देकर पंजीयन कराया जा सकता है। 30 दिनों के बाद और एक वर्ष के अंदर प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक के आदेश पर पांच रुपये विलंब शुल्क प्राप्त कर पंजीयन कराया जा सकता है। एक वर्ष के बाद बीडीओ से आदेश लेने के बाद दस रुपये विलंब शुल्क लेकर पंजीयन हो सकेगा। बीडीओ ने बताया कि जन्म पंजीयन जन्म की तारीख और स्थान का प्रमाणिक दस्तावेज है। स्कूल में प्रवेश के समय, राशन कार्ड में नाम दर्ज कराने वक्त, ड्राइ¨वग लाइसेंस, पासपोर्ट, वृद्धावस्था पेंशन, बालिका समृद्धि योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं में यह आवश्यक होता है। इसी तरह मृत्यु पंजीयन भी प्रमाणिक दस्तावेज है और पैतृक संपत्ति के दावे का निराकरण, कोर्ट में मृत्यु का साक्ष्य, कबीर अंत्येष्टि, बैंक खाता, दुर्घटना में मुआवजा आदि के लिए यह आवश्यक है। जेएसएस धर्मेंद्र कुमार ¨सह ने पंजीयन प्रपत्र भरने का तरीका बताया। मौके पर सीडीपीओ आभा कुमारी, डॉ. अभिजीत कुमार सहित पंचायत सचिव व आंगनबाड़ी सेविका उपस्थित थे।

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