जिले में कोरोना जांच किट हुई उपलब्ध, नमूने लेने का काम शुरू

कोरोना संक्रमण की जांच के लिउ स्वास्थ्य विभाग को किट उपलब्ध हो गया है। जिसके बाद कोरोना के संदिग्धों के नमूने लेने का काम शुरू कर दिया गया है। सदर अस्पताल में संदिग्धों के नमूने लिए जा रहे हैं। जिसे जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 10:37 PM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 06:11 AM (IST)
जिले में कोरोना जांच किट हुई उपलब्ध, नमूने लेने का काम शुरू
जिले में कोरोना जांच किट हुई उपलब्ध, नमूने लेने का काम शुरू

कोरोना संक्रमण की जांच के लिउ स्वास्थ्य विभाग को किट उपलब्ध हो गया है। जिसके बाद कोरोना के संदिग्धों के नमूने लेने का काम शुरू कर दिया गया है। सदर अस्पताल में संदिग्धों के नमूने लिए जा रहे हैं। जिसे जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है।

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम तस्लीम जाफरी ने बताया कि पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध हो गए हैं। रविवार को शाम पांच बजे तक छह लोगों के नमूने भी एकत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि देर शाम तक नमूना एकत्रित लेने के बाद जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। गौरतलब है कि शनिवार को कोरोना जांच किट समाप्त हो गई थी। जिसके बाद सैंपल लेने का काम बंद हो गया था, लेकिन एकबार फिर किट उपलब्ध हो जाने से नमूने एकत्रित करने के कार्य में तेजी आई गई है।

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रजौली में आपदा राहत केंद्र में रह रहे 40 लोग

- जिले में झारखंड की सीमा पर तीन आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। जिसमें इंटर स्कूल रजौली केंद्र में 40 लोग रह रहे हैं। अन्य दोनों केंद्रों पर फिलहाल कोई नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों जब्त किए गए वाहनों के चालक व उपचालक इंटर स्कूल रजौली के राहत केंद्र में ठहरे हुए हैं।

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सामुदायिक किचन में कराया जा रहा भोजन

- जिले में तीन स्थानों पर नगर निकाय की ओर से सामुदायिक किचन संचालित है। डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि नगर परिषद नवादा द्वारा नगर मध्य विद्यालय, नगर पंचायत वारिसलीगंज द्वारा स्वामी सहजानंद सरस्वती विद्यालय और नगर पंचायत हिसुआ द्वारा प्रोजेक्ट कन्या इंटर स्कूल में सामुदायिककिचन संचालित हैं। जहां प्रतिदिन सुबह व शाम में गरीब-बेसहारा लोगों को भोजन कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन स्थानों पर मिलाकर 4 अप्रैल को सुबह में 163 और शाम में 109 लोगों को भोजन कराया गया। जिले में कोई भूखा न सोए, उसके लिए सामुदायिक किचन का प्रबंध किया गया है।

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दूसरे स्थानों पर रह रहे जिले के श्रमिकों की मदद - डीपीआरओ ने बताया कि दूसरे राज्यों या जिलों में फंसे जिले के श्रमिकों को भी जिला प्रशासन द्वारा मदद दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल तक 1020 श्रमिकों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई है। डीएम यशपाल मीणा के निर्देश पर जिले के वरीय अधिकारी श्रमिकों के संपर्क करने पर संबंधित स्थान के जिला प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें राहत सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं।

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राज्य के बाहर से आए लोगों की तैयार की जा रही सूची

- राज्य के बाहर से आए जिले के लोगों की सूची तैयार की जा रही है। वैसे लोगों के स्वास्थ्य पर पूरी नजर रखी जा रही है। अब तक 112 ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जो दूसरे राज्यों से वापस अपने घर लौटे हैं।

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