फुलवरिया डैम के टापू पर फंसे हैं दो दर्जन दुधारू मवेशी

फुलवरिया डैम के बीच एक टापू पर करीब दो दर्जन दुधारू पशु फंस गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 11:04 PM (IST) Updated:Sat, 12 Oct 2019 11:04 PM (IST)
फुलवरिया डैम के टापू पर फंसे हैं दो दर्जन दुधारू मवेशी
फुलवरिया डैम के टापू पर फंसे हैं दो दर्जन दुधारू मवेशी

फुलवरिया डैम के बीच एक टापू पर करीब दो दर्जन दुधारू पशु फंस गए हैं। करीब एक पखवारें से मवेशियों के टापू पर फंसे रहने से पशुपालक परेशान हैं। वे लाचार दिख रहे हैं। चारों तरफ इतना पानी है कि गाय को निकालना पशुपालकों के बूते से बाहर है। सूचना प्रशासन तक पहुंचाई गई है। भौर गांव के पशुपालक सुरेंद्र यादव, सकिद्र यादव, राजेंद्र यादव, विनोद यादव, मुनि यादव ने कहा कि बिना प्रशासनिक मदद के पशु को निकालना मुश्किल है।

बता दें कि फुलवरिया जलाशय में पानी कम रहने पर पशुपालक अपने मवेशियों को डैम की ओर पहुंचा देते थे। घास चरने और पानी के बाद शाम को मवेशी लौट जाते थे। 29 सितम्बर को अचानक डैम का जलस्तर बढ़ गया। जिससे पशु टापू पर फंस गए। उस दिन से लेकर आज तक पशु उसी टापू पर फंसे हैं। बारिश के दौरान प्रशासन लोगों को बचाने के लिए भी जुटी रही और लोगों का रेस्क्यू किया। लेकिन बेजुबान मवेशी जो लगभग एक पखवारे से टापू पर फंसे हुए हैं उसका रेस्क्यू करने में अभी तक कोई पहल नहीं की गई है। फिलहाल फुलवरिया डैम का जलस्तर घटने की उम्मीद दूर-दूर तक नहीं है। फंसे पशुओं के समक्ष चारे की भी समस्या उत्पन्न होने लगी है। अब पशु पत्ते को नोचकर खा रहे हैं। फंसे हुए पशुओं में कई ऐसे हैं जो टापू पर ही बच्चे को जन्म दे चुकी हैं।

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कहते हैं अधिकारी

-मामला संज्ञान में आया है, इस बारे में वरीय पदाधिकारी से बात की जाएगी और फंसे मवेशियों को निकालने की व्यवस्था की जाएगी।

संजय कुमार झा, अंचल अधिकारी, रजौली।

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