सभी सरकारी स्कूल-कॉलेज व कार्यालयों में बनेगा जल संचय यूनिट

सूखा का संकट झेल रहे नवादा जिले में वर्षा जल का संचय किस तरह से हो इसे लेकर जिला प्रशासन संजीदा दिखने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jul 2019 10:07 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 06:25 AM (IST)
सभी सरकारी स्कूल-कॉलेज व कार्यालयों में बनेगा जल संचय यूनिट
सभी सरकारी स्कूल-कॉलेज व कार्यालयों में बनेगा जल संचय यूनिट

सूखा का संकट झेल रहे नवादा जिले में वर्षा जल का संचय किस तरह से हो इसे लेकर जिला प्रशासन संजीदा दिखने लगा है। सोमवार को इस बाबत डीएम कौशल कुमार ने सभी वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान जल संचय के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गयी। उन्होंने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि जिला अन्तर्गत न्यायिक भवनों, आवासीय, गैर आवासीय भवनों, सभी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिग स्ट्रक्चर का प्राक्कलन शीघ्र तैयार करें। ताकि प्राकृतिक जल स्तर को बरकरार रखा जा सके। डीएम ने वाटर हार्वेस्टिग यूनिट को लेकर कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों, आवासों एवं विद्यालयों में भी बनाना सुनिश्चित करें। उप निदेशक भूमि संरक्षण पदाधिकारी से कहा कि मेसकौर प्रखंड के सभी योजनाओं के लिए डीपीआर बनाए गए हैं। उसमें से कितना पूर्ण और कितना अपूर्ण है, इसकी रिपोर्ट तैयार कर जल्द उपलब्ध करायें।

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-सिचाई साधनों को दुरुस्त करने का निर्देश

-जिले में भीषण गर्मी के कारण वाटर लेवल काफी नीचे चला गया है। अभी हाल से वर्षा हो रही है। सिचाई करने के लिए जल स्तर को बनाए रखना बहुत जरूरी है। सभी प्रखंडों में चलाए जा रहे भूमि संरक्षण विभाग की सभी योजनाओं की स्थिति की रिपोर्ट जल्द तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि बड़ा तालाब, छोटा तालाब, पक्का चैक डैम, आहर, पईन आदि को क्रियाशील करने की जरूरत है।

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श्रमदान के लिए आम लोगों को जागरूक करने पर जोर

डीएम ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों में जागरूकता लाना होगा। सभी पंचायतों में वार्ड स्तर पर ग्रामीणों के बीच जन जागरूकता फैलाकर श्रमदान के लिए लोगों को जागरूक करें। डीएम ने कहा कि सरकारी तंत्र के अलावे जितने भी उपाय हैं, सार्वजनिक तौर पर जन आन्दोलन कर आम आदमी को प्रेरित करने की जरूरत है। ताकि जल का संचय हर आदमी की जेहन में बैठ जाए। जल को बचाकर ही जीवन को सुरक्षित रखा जा सकता है। लघु सिचाई विभाग के कर्मी ने बताया कि 18 पोखर का कार्य पूर्ण हो गया है। कुछ का पक्कीकरण होना बाकी है। पिछले तीन वर्षाें में लघु सिचाई द्वारा 348 योजना का लक्ष्य है। जिसमें से 146 योजना ली गयी है। वर्तमान में 108 योजना में से 94 योजना पूर्ण कर ली गयी है। 14 अपूर्ण कार्य शीध्र पूरा कर लिया जाएगा। जिले में सरकारी एवं सार्वजनिक तालाबों, आहर, पईन पर अतिक्रमण हटाना सुनिश्चित करें। अतिक्रमण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी अरविन्द सिन्हा, उप निदेशक भूमि संरक्षण संजय कुमार शर्मा, लघु सिचाई कनीय अभियंता रामनाथ प्रसाद एवं कुमार गौरव, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी इकबाल हुसैन आदि उपस्थित थे।

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