प्रतिनियोजित शिक्षक की नियुक्ति में हेराफेरी

नालंदा। प्रखंड मुख्यालय के प्रतिनियोजित शिक्षक नियुक्ति में परबलपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्व

By Edited By: Publish:Wed, 10 Feb 2016 06:01 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2016 06:01 PM (IST)
प्रतिनियोजित शिक्षक की नियुक्ति में हेराफेरी

नालंदा। प्रखंड मुख्यालय के प्रतिनियोजित शिक्षक नियुक्ति में परबलपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा हेराफेरी का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में बीईओ रामनंदन प्रसाद ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर सारे प्रतिनियोजित शिक्षकों का नियोजन रद्द कर दस्तावेज जिला मुख्यालय भेजा जाएगा। इस संबंध में जिला पदाधिकारी के द्वारा किए गए समीक्षात्मक बैठक में हेराफेरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रतिनियोजित शिक्षकों को नियोजन रद्द करने का निर्देश जारी किया गया था। लेकिन आदेश के बाद भी एक भी नियोजन रद्द नहीं हुआ। विभागीय लोगों की शिकायत पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सारे प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूचि मंगाई, लेकिन परबलपुर शिक्षा पदाधिकारी रामनंदन प्रसाद के द्वारा भेजी गई सूची में मात्र आठ शिक्षकों का नाम दर्शाया गया। जबकि प्रखंड में ग्यारह शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इस सूचि में तीन शिक्षकों को नाम गायब कर दिया और वो दिनों शिक्षक बीआरसी में काम करते हैं। जिनका नाम अशोक कुमार, दीनाथ एवं इन्द्रदेव प्रसाद हैं।

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निरीक्षण में गायब मिले शिक्षक

परबलपुर : जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा महंथ द्वारिकानंद उच्च विद्यालय बड़ी मठ में औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें प्रधानाध्यापिका सुनीला सरकार बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। जबकि सहायक शिक्षिका संजू कुमारी व रेखा कुमारी हाजिरी बनाकर विद्यालय से गायब पाई गईं। इसके 15 दिन पूर्व हिलसा विधायक अत्रिमुनी शक्ति ¨सह यादव के द्वारा भी इस विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया था। जिसमें शिक्षक से लेकर विद्यार्थी गायब पाए गए सिर्फ आदेशपाल ही स्कूल खोलकर बैठे थे। यहां के शिक्षाविद भोला प्रसाद बताते हैं कि यह विद्यालय नालंदा जिला का विख्यात विद्यालय था। जहां की उपमा दी जाती थी, वहीं शिक्षकों की कारगुजारियों के चलते अपने दुर्भाग्य पर रो रहा है।

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