स्मार्ट क्लास से पढ़ रहे बाल सुधार गृह के बच्चे, सीख रहे कंप्यूटर का ककहरा

विशाल आनंद बिहारशरीफ अपराध कर या इसमें किसी तरह फंस चुके बच्चों के जीवन को नई दिश्

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 11:58 PM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 11:58 PM (IST)
स्मार्ट क्लास से पढ़ रहे बाल सुधार गृह के बच्चे, सीख रहे कंप्यूटर का ककहरा
स्मार्ट क्लास से पढ़ रहे बाल सुधार गृह के बच्चे, सीख रहे कंप्यूटर का ककहरा

विशाल आनंद, बिहारशरीफ: अपराध कर या इसमें किसी तरह फंस चुके बच्चों के जीवन को नई दिशा देने की पहल हो रही है। बच्चों की काउंसलिग के अलावा उन्हें तकनीकी शिक्षा भी दी जा रही है। डिजिटल युग में उन्हें स्मार्ट क्लास से पढ़ाया जा रहा है। फिलहाल बाल सुधार गृह में 31 बच्चे आवासित हैं। किताबी ज्ञान के अलावा वे कंप्यूटर का ककहरा सीख रहे हैं। उन्हें एमएस आफिस, एक्सल, एक्सेस, पावर प्वाइंट समेत अन्य साफ्टवेयर की जानकारी दी जा रही है। बाल सुधार गृह के प्रभारी अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि बाल संरक्षण ईकाई की ओर से कंप्यूटर लैब लगाया गया है। इसे लगाए जाने में एसीजेएम पांच मानवेंद्र मिश्रा ने भी पहल की थी। उनकी पहल रंग लाई। लैब में फिलहाल पांच कंप्यूटर लगाए गए हैं। वहीं एक स्मार्ट बोर्ड भी है। बच्चे यूट्यूब व एप के माध्यम से इस पर पढ़ाई करते हैं। नई तकनीक से बच्चे भी उत्साह के साथ पढ़ाई कर रहे हैं। ----------------------- बीते सात मई को कंप्यूटर लैब का हुआ था उद्घाटन बीते सात मई को हाईकोर्ट के निरीक्षी जज सत्यव्रत वर्मा ने कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया था। मौके पर जिला जज रमेशचंद्र द्विवेदी, फैमली कोर्ट के जज कन्हैयाजी चौधरी, एसीजेएम पांच मानवेंद्र मिश्रा व अन्य मौजूद थे। कंप्यूटर लैब देखकर इस दौरान जज काफी प्रभावित भी हुए थे। इस दौरान उन्होंने बैडमिटन कोर्ट का भी उद्घाटन किया था। बाल सुधार गृह के अधीक्षक ने कहा कि एक अच्छे कंप्यूटर शिक्षक की जरूरत है। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। ----------------------

छह महीना से चल रहा स्मार्ट क्लास एक लाख से अधिक की कीमत से स्मार्ट बोर्ड लगाया गया है। डिपार्टमेंट की ओर से बच्चों की शिक्षा के लिए सिलेबस भी उपलब्ध कराए गए हैं। एप भी है। हालांकि अभी कंप्यूटर शिक्षक नहीं है। प्रभारी अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि यहां के शिक्षक को ही उन्होंने ट्रेनिग दे दी है। वे बच्चों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। 31 बच्चे यूट्यूब के माध्यम से कंप्यूटर की बेसिक जानकारी ले रहे हैं। वहीं बैंडमिटन कोर्ट में शाम में एक घंटा खेलने के लिए दिया जाता है। ----------------- बाल सुधार गृह में पढ़ने वाले बच्चों को मिलेगा सर्टिफिकेट

प्रभारी अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को जल्द ही कंप्यूटर का सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इसके लिए विभाग को लिखा जाएगा। तीन व छह महीने के कोर्स का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह बच्चों के लिए काम की डिग्री होगी। आगे नौकरी या अन्य तकनीकी शिक्षा के प्रमाण पत्र में इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। उनका समय भी बर्बाद नहीं होगा।

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