अपराधियों का पुख्ता सुराग नहीं, फिर भी दावा, जांच सही दिशा में

बिहारशरीफ। 72 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रोफेसर अर¨वद हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। हालांकि प

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 11:03 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 11:03 PM (IST)
अपराधियों का पुख्ता सुराग नहीं, फिर भी दावा, जांच सही दिशा में
अपराधियों का पुख्ता सुराग नहीं, फिर भी दावा, जांच सही दिशा में

बिहारशरीफ। 72 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रोफेसर अर¨वद हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। हालांकि पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच सही तरीके से आगे बढ़ रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। मोबाइल सीडीआर की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस के हाथ अहम सुराग मिले है। फिलहाल पूछताछ और छापेमारी जारी हैं। पुलिस कई लोगों के फोन कॉल्स का रिकॉर्ड खंगालने में भी लगी है। कई और चीजें भी ¨लक की जा रही हैं। छिपे हुए सबूतों का राज खोलने से पुलिस परहेज कर रही है। कई बातें अब भी रहस्य ही बनी हुई है। कई बातें इस हत्याकांड में ऐसे हैं, जिसमें पुलिस भले ही अपने आप को मजबूत स्थिति में मान रही हो पर अब भी स्पष्ट तौर पर ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है। सूत्रों की मानें तो जिस जगह पर प्रोफेसर अर¨वद की हत्या हुई थी, वहां पर हर दिन सैकड़ों लोग टहलने व योग करने आते थे। जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त भी कई किसान अपने खेत में काम कर रहे थे। ऐसा कैसे संभव है कि घटना के समय एक भी आदमी मौजूद नहीं था। बता दें कि रविवार को भागन बिगहा ओपी क्षेत्र के बबुरबन्ना स्थित एलिट होटल से पहले बदमाशों ने प्रोफेसर अर¨वद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वे पैरु महतो सोमरी कॉलेज (पीएमएस) में प्रोफेसर थे। जयव‌र्द्धन हत्याकांड में ठहर सी गई एसआइटी जांच : नालंदा थाना क्षेत्र के दामन खंधा गांव निवासी जयदेव प्रसाद के पुत्र जयव‌र्द्धन हत्याकांड में एसआइटी की जांच मानो ठहर सी गई है। न तो हत्या का असली कारण ही पुलिस को पता चल सका है और न ही इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी बबलू ¨सह की ही गिरफ्तारी हो सकी है। पुलिस अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि अपराधियों ने 27 सितंबर को बैंक मैनेजर जयव‌र्द्धन का अपहरण कर लिया था। 28 सितंबर को गिरीयक के बेलौर पुल के पास अपहृत बैंक मैनेजर का बैग व एक खाली खोखा बरामद हुआ था जिसके बाद नालंदा पुलिस एक्टिव हुई। राजगीर डीएसपी सोमनाथ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। उसी दिन पुलिस ने नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के बुधौली गांव निवासी अजय कुमार से अपहृत बैंक मैनेजर का मोबाइल बरामद किया। बाद में उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद पुलिस ने नालंदा थाना क्षेत्र के बेगमपुर निवासी मिट्ठू कुमार, मुस्तफापुर निवासी कृष्णा कुमार, नूरसराय थाना क्षेत्र के पपरनौसा निवासी चंदन कुमार को हिरासत में लिया और पूछताछ की। कड़ाई से पूछने के बाद चंदन कुमार ने बताया कि आठ लोगों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। एसपी ने बताया कि अपहरण के लिए अपराधियों ने जिस वाहन का इस्तेमाल किया था, उसे भी रिकवर कर लिया गया।

राजद नेता के पुत्र की हत्या के आरोपी भी गिरफ्त से बाहर :

बिहार थाना क्षेत्र के श्रम कल्याण केन्द्र के मैदान में 22 जून को बदमाशों ने 10 वर्षीय अंकित कुमार की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। वह नूरसराय के बड़ारा पंचायत मुखिया व राजद किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कल्लू मुखिया के पुत्र थे। प्राथमिकी के अनुसार विशाल और अंकित गुरुवार की शाम बाजार करने निकले थे। वहां से लौटकर श्रम कल्याण केन्द्र के मैदान में खेलने गये। वहां आरोपितों ने उससे स्कूटी की चाबी मांगी। अंकित ने इनकार किया तो गौतम और उसके भाई गौरव ने लोहे के पंजे से उसके चेहरे पर वार किया। बुरी तरह जख्मी अंकित बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। अन्य बदमाश लोहे की रॉड से उसे पीटने लगे। विशाल ने बचाने की कोशिश की तो उसके साथ भी मारपीट की गई। घटना को अंजाम देकर आरोपित के दो साथी अंकित को लेकर अस्पताल पहुंचे और स्कूटी से हादसा होने की बात कह कर उसे भर्ती करा दिया। अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई।

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