Nalanda Coronavirus Update: पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप, गली-गली की गई सील

बिहार के नालंदा में कोरोना वायरस की चेन बढ़ गई है। सोमवार की रात जिले में पहला मरीज पॉजिटिव मिला है। यहां पढ़ें नालंदा से कोरोना वायरस की रिपोर्ट।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 14 Apr 2020 08:18 AM (IST) Updated:Tue, 14 Apr 2020 02:57 PM (IST)
Nalanda Coronavirus Update: पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप, गली-गली की गई सील
Nalanda Coronavirus Update: पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप, गली-गली की गई सील

नालंदा, जेएनएन। कोरोना वायरस की चेन नालंदा में बढ़ गई है। सोमवार की रात खासगंज निवासी 40 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। पीड़ित कुछ दिन पहले ही दुबई से वापस लौटा था। उसकी जांच के बाद कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिलने पर उसे होम क्वारनटाइन पर रखा गया था। सतकर्ता के तौर पर दो दिन पहले उसका सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया था। पॉजिटिव के मिलने के बाद प्रशासन ने भी सख्ती शुरू कर दी है।संक्रमित के मोहल्ले की हर गली सील कर दिया गया है। सड़क और गलियों के दोनों छोर को बल्लियों के साहरे बंद कर दिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग में मची खलबली

सोमवार की रात खासगंज निवासी युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गयी है। उस युवक को रात में ही पावापुरी मेडिकल कॉलेज (विम्स) में भेजा गया। जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। वह युवक 22 मार्च को युवक दुबई से लौटा था। क्वारनटाइन सेंटर पर भी उसे रखा गया था। 11 अप्रैल को उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने बताया कि क्वारनटाईन करने के समय से ही उस युवक की मॉनिटरिंग की जा रही थी। उस समय कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं थे। 

मिलने-जुलने वालों की भी होगी जांच

बताते चलें कि युवक की खासगंज में बैट्री की दुकान है। अब उसके तमाम स्वजनों और मिलने-जुलने वालों की भी जांच कराई जाएगी। यह नालंदा जिले में कोरोना पॉजिटिव का तीसरा केस है। इससे पहले दो संक्रमित युवक स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। पहला संक्रमित युवक पटना के शरणम हॉस्पिटल का स्वास्थ्यकर्मी था। वह मुंगेर के कोरोना संक्रमित उस युवक के इलाज के दौरान सम्पर्क में आया था, जिसकी बाद में पटना के एम्स में मौत हो गई थी। वहीं दूसर युवक सिलाव प्रखंड के एक गांव का बाशिंदा था। वह आबूधाबी से लौटा था। दोनों युवकों को पटना के एनएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जहां 14 दिनों तक आईसोलेशन वार्ड में रहकर दोनों ने स्वास्थ्य लाभ किया। उनकी लगातार चार बार जांच की गई। सभी रिपोर्ट निगेटिव आई। 14 दिनों तक होम क्वारनटाईन की नसीहत के साथ दोनों को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।

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