West Champaran: 17 महीने के बाद वाल्मीकिनगर इंडो-नेपाल बॉर्डर खुला, सिर्फ पैदल आवाजाही की इजाजत

West Champaran कोविड संकट के कारण 23 मार्च 2020 को सील कर दिया गया था बॉर्डर आवाजाही के लिए शर्ते प्रभावी 72 घंटे पूर्व का कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट अनिवार्य नेपाल सरकार द्वारा फिलहाल पैदल लोगों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति मिलने से लोगों में खुशी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 05:43 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 05:43 PM (IST)
West Champaran: 17 महीने के बाद वाल्मीकिनगर इंडो-नेपाल बॉर्डर खुला, सिर्फ पैदल आवाजाही की इजाजत
वाल्मीकिनगर बॉर्डर से आवाजाही करते लोग । जागरण

पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर), जासं। कोरोना के खतरे के बीच मार्च 2020 से बंद वाल्मीकिनगर स्थित इन्डो-नेपाल बॉर्डर से रविवार की दोपहर पैदल आवाजाही शुरू हो गई। बॉर्डर पर थर्मल स्क्रीङ्क्षनग की जा रही। इसके साथ कोविड से जुड़ी शर्तों के साथ ही बॉर्डर पार करने की अनुमति मिली है। नेपाल सरकार द्वारा फिलहाल पैदल लोगो को नेपाल में प्रवेश की अनुमति मिलने से लोगों में खुशी है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण 23 मार्च 2020 इंडो-नेपाल का वाल्मीकिनगर बॉर्डर सील कर दिया गया था। इसके बाद पैदल व भारतीय गाडिय़ों का नेपाल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था।

कोरोना वैक्सीन लेने का दिखाना होगा प्रमाणपत्र

गंडक बराज बीओपी के निरीक्षक काली दास ने बताया कि फिलहाल पैदल आने जाने की छूट है। लेकिन भारत प्रवेश करने वाले नेपाली यात्रियों को कुछ सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। शर्त के अनुसार नेपाली लोगों को भारत में प्रवेश से पहले कोरोना वैक्सीन लेने का प्रमाणपत्र दिखाना होगा। इसी तरह 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर और एंटीजन रिपोर्ट भी अनिवार्य है।

18 माह बाद बॉर्डर पर आम लोगों की हलचल 

23 मार्च 2020 को सीमा सील होने के 18 माह बाद रविवार को जब सीमा पर बैरियर हटाया गया तो दोनो देश के लोगों के चेहरे खुशी से चमक उठे। नाका का बैरियर खुलते ही नेपाल प्रवेश करनेवाले भारतीय काफी खुश दिखे। बॉर्डर खुलने का आम लोगों, बुद्धिजीवियों और कारोबारियों ने स्वागत किया है अब ठप पर्यटन व्यवसाय व अन्य कारोबार को गति मिलेगी। साथ ही भारत-नेपाल के संबंध में और प्रगाढ़ता आएगी।

महेशपुर भंसार नाका खुला, आवाजाही शुरू

नवलपरासी जिला के महेशपुर भंसार नाका रविवार को दोनों देश के नागरिकों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है। नवलपरासी जिला पुलिस कार्यालय के डीएसपी सह सूचना अधिकारी राजू लामा ने बताया कि नवलपरासी के जिला अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र के द्वारा भारत नेपाल से लगे सभी सीमा को खोल देने का पत्र सभी सीमा पर तैनात संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है। जिसके आलोक मे रविवार को उत्तरप्रदेश के ठूठीबाड़ी सीमा से जुडा महेशपुर भंसार नाका को दोनों देश के नागरिकों के लिए रविवार को खोल दिया गया। करीब 18 महीनों से कोविड् 19 के कारण नेपाल सरकार द्वारा भारत से लगी अपनी सभी सीमाओं को 23 मार्च 2020 को सील कर दिया गया था। सीमा खुलने से त्योहारो का समय होने के कारण व्यापारी बेहद उत्साहित हैं।

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