रघुवंश बाबू की कथनी करनी में नहीं था अंतर, बोले अश्विनी चौबे, पहली पुण्यतिथि पर मुजफ्फरपुर में जुटे दिग्गज
बोले प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी सरकार पूरी करे रघुवंश बाबू के पत्र की तमाम मांगें पहली पुण्यतिथि पर आए भाजपा जदयू व राजद के दिग्गज दी श्रद्धांजलि मुजफ्फरपुर के एक विवाह भवन के सभा कक्ष में आयोजित हुआ कार्यक्रम।
मुजफ्फरपुर, जासं। केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि रघुवंश बाबू के साथ वह 74 आंदोलन में रहे। उनकी कथनी व करनी में अंतर नहीं था। सादगी व स्थानीय बोली में बातचीत की चर्चा आज भी सदन के अंदर नए-पुराने सांसद करते रहते हैं। वे सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.रघुवंश प्रसाद सिंह की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। बैरिया के एक विवाह भवन के सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम का संयोजन रघुवंश बाबू के पुत्र सत्यप्रकाश सिंह ने किया। केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय ग्राम विकास की योजनाएं शुरू हुई। रघुवंश बाबू मंत्री बने तो उसको काफी गति मिली। बिहार और देश में सड़कों का जला बिछा। रघुवंश बाबू को सरकार, उनकी पार्टी व 74 आंदोलन के सहयोगी भुला दिए। हालत यह कि उनके परिवार के लोगों को पुण्यतिथि मनानी पड़ रही। जेपी आंदोलन के साथियों की ओर से कार्यक्रम की परिपाटी शुरू होनी चाहिए।
रघुवंश बाबू के पत्र पर अमल करे सरकार
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि रघुवंश बाबू ने अपने जीवन के अंतिम क्षण में जो पत्र लिखा। उसपर सरकार अमल करे। उनकी प्रतिमा लगे, राजकीय समारोह का आयोजन होना चाहिए। उनको उम्मीद थी कि इस साल सरकार उनके नाम पर राजकीय समारोह का आयोजन करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कोरोना संक्रमण के कारण वे जनता से अलग रहे। यदि जनता के बीच रहते तो यह दिन आज हमें नहीं देखना पड़ता। उनके पिता लालू प्रसाद यादव व उनमें बहुत समानता रही। दोनों के रहन-सहन में अंतर नहीं। वह जननेता थे। लालू प्रसाद बीमार होकर वापस हुए। अब जनता से मिल रहे, उनकी तबीयत ठीक हो गई है। जनता हर बीमारी की दवा होती है। रघुवंश बाबू नीति सिद्धांत के प्रति समर्पित रहे। लेकिन अब तो स्वार्थ की राजनीति हो रही है। जिसकी नीति रघुवंश बाबू की तरह होगी उसको इसी तरह से लोग याद करेंगे।
श्रद्धांजलि सभा में भाजपा, जदयू, राजद, वीआइपी समेत अन्य दलों के नेताओं ने शामिल होकर श्रद्धांजलि दी। मंच संचालन नीरज कुमार ने किया। अतिथियों को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक लिखित गीता रहस्य भेंट की गई। समारोह में सांसद अजय निषाद, मंत्री रामसूरत राय, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व मंत्री नीरज कुमार, विधायक सिद्धार्थ पटेल, पूर्व मंत्री रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, श्याम रजक, आलोक मेहता, विधायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, इसराइल मंसूरी, निरंजन राय, मुकेश रोशन आदि शामिल हुए।