समय सीमा तक चार हजार कम्प्यूटराइज्ड डिग्री तैयार करने में विवि नहीं हो पाया सफल

राजभवन ने पांच दिनों में 4000 डिग्रियां वितरित करने का विवि को दिया निर्देश। लक्ष्य हासिल करने के लिए राजभवन ने 5 दिन का और समय दिया है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 11 May 2019 02:56 PM (IST) Updated:Sat, 11 May 2019 02:56 PM (IST)
समय सीमा तक चार हजार कम्प्यूटराइज्ड डिग्री तैयार करने में विवि नहीं हो पाया सफल
समय सीमा तक चार हजार कम्प्यूटराइज्ड डिग्री तैयार करने में विवि नहीं हो पाया सफल

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। चार हजार कंप्यूटराइज्ड डिग्री तैयार करने के मिशन में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय अपनी निर्धारित समय सीमा 10 मई तक सफल नहीं हो पाया। लक्ष्य हासिल करने के लिए राजभवन ने 5 दिन का और समय दिया है। इस कारण शनिवार को होने वाली पटना में बैठक स्थगित हो गई। 15 मई तक सभी 4 हजार डिग्रियां बीएड काउंसलिंग समेत अन्य सेवाओं में आवेदन दिए अभ्यर्थियों के बीच वितरित कर देनी हैं। साथ ही राजभवन को वितरण प्रतिवेदन भी भेज देना है।

  28 अप्रैल को राजभवन ने विवि में डिग्री बनाने की गति में सुस्ती पर सवाल खड़ा किया था और सप्ताह भर में 4000 कंप्यूटराइज्ड डिग्री बनाने का लक्ष्य दिया था। विश्वविद्यालय ने इसे अंजाम देने के लिए विशेष व्यवस्था की। राजभवन ने डिग्री बनाने के लिए एक सॉफ्टवेयर भी बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को भेजा था। लेकिन, विवि में कंप्यूटर कक्ष नहीं होने से पूर्व में डाटा बेस तैयार नहीं था। नए सॉफ्टवेयर के लायक विवि को डाटा बेस तैयार करने में पसीना आ गया।

  तकनीकी विशेषज्ञों को राजभवन के कंप्यूटर के लायक आवश्यक तकनीक तैयार करनी पड़ी। अब राजभवन से भी एक और नया सॉफ्टवेयर आया है। इस पर कंप्यूटराइज्ड डिग्री निकालने में सुविधा हो रही है। कुलसचिव कर्नल अजय कुमार राय ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लक्ष्य पूरा करना है। इसीलिए दिन-रात काम हो रहा है। 15 मई तक सभी डिग्रियां बनकर तैयार हो जाएंगी।

कम्युनिटी कॉलेज में ऑटोमोबाइल्स और हेल्थ केयर में नामांकन 13 से

एलएस कॉलेज के विंग कम्युनिटी कॉलेज में ऑटोमोबाइल्स व हेल्थ केयर कोर्स की पढ़ाई वर्ष 2013 से हो रही है। कोर्स में एडमिशन 13 मई से होगा। इस संबंध में आवश्यक जानकारी एलएस कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओपी राय ने दी। ऑटोमोबाइल्स में जॉब के लिए लोकल कई एजेंसियों से एमओयू साइन हो चुका है। यहां छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा। कॉलेज में सैद्धांतिक जानकारी मिलेगी। यह एक साल का डिप्लोमा कोर्स है। वहीं, हेल्थ केयर में अपोलो हॉस्पीटल कोलकाता जाकर छात्र प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

   एडमिशन की शैक्षिक योग्यता इंटर कला, साइंस एवं कॉमर्स किसी भी वर्ग में उत्तीर्ण छात्र हैं। 7 जून से 14 जून तक समर इंटर्नशिप प्रोग्राम चलेगा। छात्र-छात्राओं को रोजगार देने के लिए स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन तथा लेबर डिपार्टमेंट बिहार सरकार से कॉलोबोरेशन भी किया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में तीन हजार रुपये फीस व एडमिशन फॉर्म तीन सौ रुपये हैं। इस अवसर पर कोर्स समन्वयक डॉ. प्रगति आसना, डॉ. संजीव मिश्रा व मीडिया प्रभारी डॉ. ललित किशोर मौजूद रहे।

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