East Champaran News : पूर्वी चंपारण के रक्सौल में ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल, जाम से परेशान हैं लोग
East Champaran News हजारों लोग व सैकड़ो वाहन जाम में फंसे रह रहे हैं। सड़क को छोटे-छोटे वाहन व दुकानदार पूरी तरह से सड़क को अतिक्रमण करके रखे हैं। रक्सौल में जाम फिर से आम बात हो गई है।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। कोरोना के कहर के बीच रक्सौल शहर में जाम की समस्या लाइलाज बन गई है। जाम के बगैर मास्क और शरीरिक दूरी के लोग जाम में फंसे दिखते है। इस बीच कोरोना संक्रमण अपना कहर शुरू कर दिया है। भले ही शादी-विवाह में अधिकतम 150 लोगों से अधिक शामिल न होने का आदेश निर्गत किया गया है। इसका पालन कोई नहींं करता है। शहर में प्रतिदिन जाम लग रहा है, जिसकी खोज खबर कोई नही ले रहा। हजारों लोग व सैकड़ो वाहन जाम में फंसे रह रहे हैं। सड़क को छोटे-छोटे वाहन व दुकानदार पूरी तरह से सड़क को अतिक्रमण करके रखे हैं। रक्सौल में जाम फिर से आम बात हो गयी है।
शहर को कुछ दिन के लिए जाम से मुक्ति मिल गयी थी। परंतु फिर से एक बार यह अब अपना रौद्र रूप धीरे-धीरे दिखा रहा है। शहर के नहर चौक, नागा रोड चौक व बाटा चौक पर घंटो जाम लग रहा है। सोचने वाली बात है कि अकेले कोरोना फैलता है और सैकड़ो लोगों और वाहनों के जाम से क्या कोरोना दब कर मर जाता है। एक तो शहर में दिन भर बड़े वाहनों का आवगमन हो रहा है, दूसरा सड़क के किनारे दोनों तरफ दो-पहिये और चार पहिये वाहन लावारिस की तरह पार्किंग। पूर्व में जाम लगने का एक कारण रेलवे गुमटी का हमेशा गिरना माना जाता था, पर अब तो वह भी काफी कम बंद रह रहा है। जबकि इंडियन ऑयल से निकलने और जाने वाले टैंकरों का भी मनमाना हो गया है। जाम लगाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
● ट्रैफिक व्यवस्था खराब
रक्सौल में न तो ट्रैफिक पुलिस है और न ट्रैफिक व्यवस्था बढ़िया है, इसकी स्थिति काफी बदहाल है। पहले जब वाहनों की संख्या और जाम कम हुआ करता था तो व्यवस्था ठीक था और ट्रैफिक पुलिस भी बहाल थी, परन्तु इस अंतर्राष्ट्रीय शहर में ऐसी दुर्दशा से लोगों का चलना दूभर है। एक बार कोई वाहन जाम में फंस गया तो समझो 1-2 घंटे की छुट्टी हो गयी। बहरहाल इस जाम से कैसे निजात मिलेगा ये कहना मुश्किल है।
● बोले अधिकारी
थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि शादी विवाह के मौसम है। सड़क किनारे विवाह का पंडाल और बरात के वाहनों से जाम की समस्या है। इसे शीघ्र ही निजात मिल जाएगा।