बरसात में जलजमाव से टापू में तब्दील रहता साहरघाट दक्षिणवारी टोल गांव

मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड मुख्यालय से महज बारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित साहर दक्षिणी पंचायत के साहरघाट दक्षिणवारी टोल गांव बरसात के समय बारिश की पानी से टापू में तब्दील रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 11:59 AM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 11:59 AM (IST)
बरसात में जलजमाव से टापू में तब्दील रहता साहरघाट दक्षिणवारी टोल गांव
बरसात में जलजमाव से टापू में तब्दील रहता साहरघाट दक्षिणवारी टोल गांव

मुजफ्फरपुर। मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड मुख्यालय से महज बारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित साहर दक्षिणी पंचायत के साहरघाट दक्षिणवारी टोल गांव बरसात के समय बारिश की पानी से टापू में तब्दील रहता है। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा एवं लापरवाही के कारण 40 से 50 घरों में बारिश की दो से तीन फीट पानी के जलजमाव से लोग काफी परेशान है। घर में पानी के जलजमाव के चलते लोग प्रति वर्ष नजदीक के विद्यालय अथवा दूसरे के घरों में शरण लेते है। यह सिलसिला पिछले 15 साल से चल रहा है। इस जलजमाव की समस्या से परेशान लोग घर से पानी निकालने के लिए तरस रहे हैं। इस समस्या के प्रति सरकारी स्तर पर सार्थक कदम नहीं उठाए जाने से गांव के लोग अब आंदोलन चलाने के मुड में दिख रहे हैं। लगभग 75 प्रतिशत यहां की आबादी आज भी खुले में शौच को बाध्य है। 25 प्रतिशत लोगों के घरों में ही शौचालय की व्यवस्था है। जिस कारण लोग काफी परेशान है। सरकार एक ओर जहां गांव के विकास के लिए पैसा पानी की तरह बहा रही है। वहीं इस गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गांव के विकास के लिए पुरजोर प्रयास जारी है। जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं होने से लोग परेशान दिख रहे हैं। इसके समाधान के लिए जिलाधिकारी को लिखा जा चुका है। सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा।

गोहिल्या देवी, मुखिया

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गांव में बरसात के समय जलजमाव की समस्या बनी रहती है। गांव के करीब 40 से 50 लोगों के घरों में अभी भी जलजमाव की समस्या बनी हुई है। इस बड़ी समस्या का समाधान होना अनिवार्य है।

सुजीत कुमार ---------

आजादी के दशकों बाद भी गांव में बांस बल्ले के सहारे बिजली सप्लाई हो रही है। हादसे की आशंका बनी रहती है। बिजली विभाग को चाहिए की पोल गाड़ कर नियमित बिजली की आपूर्ति करें।

गणेश झा

------ गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद चिकित्सक व दवा की कमी से लोग काफी परेशान है। प्रयाप्त मात्रा दवा व चिकित्सक की आवश्यकता है। गांव के लोगों को बाहर निकल इलाज कराना पड़ता है।

श्याम मंडल

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गांव के दर्जनों गरीब परिवार राशन कार्ड व प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित है। सरकार को चाहिए की गरीब परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराए तथा गरीबों को आवास योजना के तहत घर बनवाए।

उमेश मंडल

--------- गांव में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण जलजमाव गंभीर समस्या बन गई है। यह समस्या करीब 15 वर्ष से चली आ रही है। उच्चाधिकारियों को चाहिए की गांव की इस जलजमाव की समस्या से लोगों को निजात दिलावें।

बेचन सहनी -------

आंकड़ों में गांव

आबादी-- 2500

मतदाता-- 1200

प्राथमिक विद्यालय-- एक

उपस्वास्थ्य केंद्र-- एक

पशु अस्पताल-- एक

आंगनवाड़ी केंद्र-- नहीं

सामुदायिक भवन--- नहीं

शिक्षित-- 35 प्रतिशत

बेरोजगार-- दो सौ

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