मुजफ्फरपुर नगर निगम में आज तकरार का दिन, महापौर व विरोधी पार्षदों की होगी जोर आजमाइश

Muzaffarpur news मेयर की बर्खास्तगी को लेकर निगम बोर्ड की आज होगी बैठक। महापौर की ओर से सशक्त स्थायी समिति की बैठक पूरे दिन रणनीति बनाने में लगे रहे रणनीतिकार। दोनों बैठक से अनुपस्थित रहेंगे नगर आयुक्त उप नगर आयुक्त करेंगे संचालन।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 11:07 AM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 05:49 PM (IST)
मुजफ्फरपुर नगर निगम में आज तकरार का दिन, महापौर व विरोधी पार्षदों की होगी जोर आजमाइश
बैठक को लेकर नगर भवन में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। File photo

मुजफ्फरपुर, जासं। गुरुवार को नगर निगम की तकरार चरम पर होगी। एक ओर नगर भवन में 20 पार्षदों द्वारा महापौर ई. राकेश कुमार की बर्खास्तगी पर चर्चा के लिए बुलाई गई बोर्ड की विशेष बैठक होगी तो दूसरी तरफ नगर भवन में ही महापौर द्वारा बुलाई गई सशक्त स्थायी समिति की बैठक होगी। एक ही दिन एक ही स्थान पर आयोजित बैठक से टकराव के आसार बढ़ गए हैं। इसके लिए बैठक स्थल नगर भवन में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। वहीं स्मार्ट सिटी एवं शहर के विस्तारीकरण को लेकर बैठक में व्यस्त रहने के कारण नगर आयुक्त विवेक रंजन दोनों ही बैठकों से शामिल नहीं होंगे। उन्होंने अपने स्थान पर उप नगर आयुक्त ओसामा इब्न मंसूर को संचालन पदाधिकारी बनाया है। 

बैठक को लेकर महापौर विरोधी एवं समर्थक पार्षद बुधवार को पूरे दिन सक्रिय रहे। वहीं दोनों खेमा के रणनीतिकार पर्दें के पीछे रणनीति बनाने में लगे रहे। बैठक में टकराव की आशंका को देखते हुए नगर आयुक्त ने जिला प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को दंडाधिकारी एवं पुलिस बल के तैनाती की मांग की थी।

महापौर पर बैठकों में विकास पर चर्चा नहीं होने देने का आरोप

सुबह 11 बजे होने वाली बोर्ड की विशेष बैठक में चर्चा के लिए एकमात्र एजेंडा रखा गया है। एजेंडा में महापौर पर बोर्ड की बैठकों में विकास पर चर्चा नहीं होने देने, निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार करने तथा पार्षदों को बैठक में बोलने से रोकने का आरोप लगाते हुए उनको बर्खास्त करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। पारित प्रस्ताव को सरकार के पास भेजकर महापौर को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की जाएगी। महापौर एवं उनके समर्थक विरोधी पार्षदों को बैठक में शामिल नहीं होने के लिए मनाने में लगे रहे। जबकि महापौर विरोधी पार्षद अपनी संख्या बढ़ाने में लगे रहे। दूसरी ओर महापौर द्वारा बुलाई गई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में चर्चा के लिए आधा दर्जन प्रस्ताव रखा गया है। 

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