Muzaffarpur Flood News: मुजफ्फरपुर में रातभर की मशक्कत के बाद बचा मोरसंडी में बूढी गंडक का तटबंध
मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड अंतर्गत मोरसंडी में बूढी गंडक नदी के तटबंध का कुछ हिस्सा गरुवार की देर रात टूट गया था। रातभर की मशक्कत के बाद इस बचा लिया गया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। गुरुवार की रात आठ घंटे से अधिक की मशक्कत के बाद जल संसाधन विभाग की टीम ने मजदूरों की मदद से मोतीपुर प्रखंड अंतर्गत मोरसंडी में बूढी गंडक नदी के तटबंध को बचा लिया है। इसके चलते तकरीबन 25 हज़ार की आबादी पर छाया बाढ़ का संकट तत्काल टल गया है। हालांकि, स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य जारी है। अभियंताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर कैंप कर रही है। उधर, बूढी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर में तत्काल स्थिर हैं। शहर के आहियापुर, मेडिकल, आश्रयघट, लकड़ीढाई, शेरपुर आदि इलाकों में अब भी बाढ़ का पानी बरकरार है। बागमती, गंडक और बूढी गंडक नद का जलस्तर खतरे के निशान के पार कर गया है। बूढी गंडक का जलस्तर तत्काल स्थिर है।
गुरुवार देर रात टूट गया था तटबंध का 90 फीसद हिस्सा
मोतीपुर प्रखंड के मोरसंडी मठिया गांव के पास गुरुवार रात बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध का 90 फीसद हिस्सा अचानक टूट गया। शेष तटबंध को बचाने मे जल संसाधन विभाग की टीम जुटी है। बोरियों में मिïट्टी भरकर लोग उसे बचाने में जुटे हैं। अगर बांध पूरी तरह से टूट गया तो कांटी, मुजफ्फरपुर सहित मोतीपुर का कुछ हिस्सा प्रभावित हो जाएगी।
बताते हैं कि शाम करीब सात बजे से मोरसंडी मठिया के पास बूढ़ी गंडक के तटबंध मे कटाव शुरू हो गया था। देखते ही देखते तटबंध का 90 फीसद हिस्सा नदी मे समा गया। लोगो की सूचना पर जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर पहुची और शेष बांध को बचाने में जुटी है। गांव मे पानी प्रवेश करने के भय से मठिया, पानापुर सहित अन्य गावों के लोग घर का सामान व मवेशियों को लेकर बांध पर चले गए हैं। बताया जाता है कि अगर बाध टूटा तो काटी प्रखंड क्षेत्र के अलावा मुजफ्फरपुर शहर का कुछ हिस्सा इससे प्रभावित हो सकता है। मोतीपुर व पानापुर क्षेत्र के भी कई गाव पानी की चपेट मे आ जाएंगे। एनएच-28 पर भी पानी चढ़ जाएगा। देर रात से ही बांध को बचाने मे लोग जुट गए थे।