Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर निर्माण को सीतामढ़ी से भी जाएगी मिट्टी और जल
Ayodhya Ram Mandir सीतामढ़ी शहर के पांच प्रमुख धाम से किया गया मिट्टी संग्रह। पैकेट तैयार कर डाक से भेजी जाएगी मिट्टी।
सीतामढ़ी, जेएनएन। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में प्रभु श्रीराम की ससुराल और जगत जननी माता जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की मिट्टी और जल का इस्तेमाल होगा। इसके मद्देनजर शुक्रवार को जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति ने पुनौरा धाम, जानकी स्थान मंदिर, हलेश्वरस्थान मंदिर, पंथपाकड़ स्थित सीता मंदिर और बगही धाम से मिट्टी संग्रह किया। सीता मंदिर के पुजारी देवेंद्र शाही ने विशेष पूजा-अर्चना कर आयोजन समिति को धाम की मिट्टी सौंपी। शनिवार को जानकी स्थान जानकी मंदिर में पांचों धाम की मिट्टी की पूजा होगी। इसके बाद पैकेट््स तैयार कर डाक से मिïट्टी भेजी जाएगी। श्री रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास ने इसकी सहमति दी है।
जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति के आलोक कुमार, विशाल कुमार, नीरज गोयनका, संदीप डालमिया, राजू कुमार, कामेश्वर चौधरी, सावन कुमार, निर्भय कुमार, अरुण कुमार, आशीष कुमार, गौतम कुमार, सुशील यादव, श्रवण कुमार, शशिभूषण कुमार ने कहा कि पांच प्रमुख धामों से मिट्टी ली गई है। लोगों से अपील है कि अयोध्या में भूमि पूजन के दिन हर घर में पूजा -आरती करें। दीपोत्सव मनाएं और भूमि पूजन के दौरान रामजानकी मंदिर में महाआरती करे।
गाजे-बाजे के साथ जलाभिषेक यात्रा एक अगस्त को
इधर, विहिप भूमि पूजन को लेकर भव्य तैयारी कर रही है। कार्यकर्ता सीतामढ़ी से बागमती, लखनदेई, अधवारा समूह की झीम के अलावा अन्य जिलों की गंडक, लालबकेया, कोसी आदि नदियों का पवित्र जल मंत्रोचार के साथ कलश में भर रहे। जानकी स्थान, पंथपाकड़ व पुनौरा धाम सहित अन्य मंदिरों से मिट्टी एकत्र कर रहे। जिलाध्यक्ष रामानंद प्रसाद एवं प्रांत सह मंत्री अरविंद झा ने बताया कि भूमि पूजन में शामिल होने के लिए गाजे-बाजे के साथ जलाभिषेक यात्रा एक अगस्त को अयोध्या के लिए रवाना होगी। साथ में इन नदियों का जल व मंदिरों की मिट्टी होगी।