Bihar: नशे की लत में सीरियल किलर बना लकड़हारा, कुदाल से गार्ड्स को उतारता था मौत के घाट; पत्नी-मां ने भी छोड़ा

Bihar Crime मुजफ्फरपुर में तीन हत्याकांड का सीरियल किलर भालवा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नौ दिन में तीन मर्डर से आमलोग और पुलिस दोनों की नींदें उड़ गई थी। मृतकों से लूटे गए मोबाइल ने पुलिस को हत्यारे तक पहुंचा दिया।

By Arun Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 26 May 2023 12:47 PM (IST) Updated:Fri, 26 May 2023 12:47 PM (IST)
Bihar: नशे की लत में सीरियल किलर बना लकड़हारा, कुदाल से गार्ड्स को उतारता था मौत के घाट; पत्नी-मां ने भी छोड़ा
Bihar Crime: मुजफ्फरपुर में सीरियल किलर गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। अहियापुर थाना क्षेत्र में नौ दिनों में तीन मर्डर ने दहशत कायम कर दिया था। पुलिस ने तीन हत्याकांडों का आरोपी सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मृतकों के मोबाइल लोकेशन से इस खूंखार सीरियल किलर तक पहुंची।

बता दें कि अहियापुर थाना क्षेत्र में 29, 30 अप्रैल और सात मई को तीन हत्याएं हुई। पुलिस ने तीनों हत्याकांडों के आरोपी कोल्हुआ पैंगबरपुर का शिवचंद्र पासवान उर्फ भालवा उर्फ भाला (32) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

आरोपी के पास से मृतक मुस्तफा अंसारी, घायल दुलारे सहित तीन लोगों के मोबाइल, लोहे की दो नुकीली सरिया, लकड़ी का एक बेंत और कुदाल जब्त किया गया है। मृतकों से लूटे गए मोबाइल खरीदने वाली एक महिला समेत चार लोगों से पुलिस ने पूछताछ की।

अब पुलिस शुक्रवार को लूट का मोबाइल खरीदनेवालों का कोर्ट में बयान दर्ज कराएगी। इनको सरकारी गवाह बनाया जाएगा। इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने गुरुवार को कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है।

घायल दुलारे के मोबाइल ने हत्याकांड का खोला राज

सीरियल किलर भालवा मोबाइल और रुपये लूट भी लेता था। पुलिस जांच में सामने आया कि लूटे गए मोबाइल के बंद होने का लोकेशन एक ही है और वह भालवा के घर के पास का ही है।

आरोपी भालवा सुबह में कोल्हुआ पैगंबरपुर चौक की एक चाय दुकान पर रोज जाता था। मृतकों से लूटे गए मोबाइल को वह चाय दुकान के पास रहने वाली महिला खुशबू देवी को देता था। खुशबू इनको बेचती थी।

लूट के मोबाइल खरीदने वालों में अहियापुर थाने के गोसाईंपुर गांव का संजय कुमार, कोल्हुआ पैगंबरपुर का दीपक सहनी व सदातपुर का मो. गुड्डू शामिल हैं। पुलिस ने लूटे गए मोबाइल को सर्विलांस पर रखा था।

भालवा के हमले से घायल दुलारे से लूटे गए मोबाइल को ऑन कर सबसे पहले दूसरा सिम डाला गया। सिम डालते ही उसका लोकेशन और सिम के मालिक के नाम का पता चला। इसके बाद अन्य मोबाइल को भी ऑन कर उसमें सिम डाला गया।

इसके अलावा कई लोगों ने ट्रायल के तौर पर अपना सिम डाला और निकाल लिया। पुलिस ने इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सभी ने खुशबू देवी के माध्यम से भालवा से मोबाइल खरीदने की जानकारी दी।

इसके बाद पुलिस की विशेष टीम ने भालवा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस खुशबू, दीपक, संजय और मो.गुड्डू को सरकारी गवाह बनाएगी।

नशे का आदी है भालवा

वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भालवा नशे का आदी है। वह स्मैक और अन्य नशा करता है। पहले वह लकड़हारा का काम करता था। एक लकड़ी की दुकान में नौकरी करता था। नशे का आदी होने पर उसे नौकरी से हटा दिया गया।

नशे के लिए चाहिए थे हर रोज एक हजार रुपये

बताया जा रहा है कि नशे के कारण भालवा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती थी। वह पत्नी और मां के साथ मारपीट करता था। उससे परेशान होकर पत्नी और मां उसे छोड़कर चली गई थी। उसने बताया कि उसे नशा करने के लिए प्रतिदिन एक हजार रुपये चाहिए थे।

दिन में रेकी और रात को मर्डर

पूछताछ में आरोपी भालवा ने हत्याकांड में संलिप्तता स्वीकार की है। उसने बताया कि वह निर्माण और सुनसान स्थल पर निगरानी के लिए तैनात गार्ड को सॉफ्ट टारगेट बनाता था। वह टारगेट पर हमला करने से पहले दिन में उसकी रेकी करता था और रात के तीन बजे से लेकर पांच बजे के बीच हमला करता था। लूटपाट के दौरान प्रतिरोध करने व पहचान लिए जाने के भय से वह उसकी हत्या कर देता था।

पुलिस अधीक्षक के साथ विशेष टीम ने की पड़ताल

अहियापुर में लगातार हत्या से पुलिस महमके में हड़कंप मच गया। हत्याकांडों की गुत्थी सुलझाने के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने नगर पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस की विशेष टीम गठित की।

गठित टीम ने बड़ी संख्या में जवानों के साथ टीम ने कई रात जागकर अहियापुर थाने के कोल्हुआ पैगंबरपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में खाक छानी। जब हत्यारे का कोई सुराग नहीं मिला तो एक रात वरीय पुलिस अधीक्षक भी फील्ड में उतरे। उनके नेतृत्व में पुलिस रातभर अहियापुर में खाक छानती रही।

सुनसान व निर्माण स्थल पर निगरानी करने वाले थे टारगेट

एसएसपी ने बताया कि तीनों हत्याओं की प्रकृति एक तरह की थी। तीनों हत्या सुबह तीन से पांच बजे की गईं। इसमें एक ही तरह के हथियार का प्रयोग किया गया। तीनों स्थानों पर निर्माण स्थल या सुनसान स्थान पर निगरानी के लिए तैनात व्यक्ति को निशाना बनाया गया।

पहली घटना अहियापुर थाने के संगम घाट के पास 29 अप्रैल की रात हुई। यहां एक चिकित्सक की जमीन पर हो रहे निर्मााण कार्य की निगरानी के लिए तैनान कुढ़नी थाने के खरौनाडीह निवासी सुरेश पासवान (50) की रॉड और कुदाल से वारकर हत्या की गई थी। 30 अप्रैल को उसके पुत्र संजीव कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध अहियापुर थाने में प्राथमिकी कराई गई।

दूसरी घटना 30 अप्रैल की रात कोल्हुआ बजरंग विहार कॉलोनी में हुई। यहां एक निर्माणाधीन मकान के राजमिस्त्री पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल के वार्ड-2 निवासी मुस्तफा अंसारी (35) की रॉड से वारकर हत्या कर दी गई। उसकी मां हसीना खातून ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई।

वहीं, तीसरी घटना अयाचीग्राम में सात मई की रात हुई। यहां एक खटाल में नौकरी कर रहे समस्तीपुर जिले के बंगड़ा थाने के गौसपुर गांव के शंकर कुमार की गला दबाकर हत्या की गई। उसके भाई राधे कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी कराई थी।

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