अस्पताल बना अखाड़ा: DMCH में जिप सदस्य की मौत के बाद बवाल, स्वजनों व चिकित्सकों में मारपीट

डीएमसीएच में दो दिनों से चल रहा था जिला परिषद सदस्य जमाल अतहर रूमी का इलाज रविवार की देर रात तोड़ दिया दम। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 20 Jul 2020 07:14 PM (IST) Updated:Mon, 20 Jul 2020 07:14 PM (IST)
अस्पताल बना अखाड़ा: DMCH में जिप सदस्य की मौत के बाद बवाल, स्वजनों व चिकित्सकों में मारपीट
अस्पताल बना अखाड़ा: DMCH में जिप सदस्य की मौत के बाद बवाल, स्वजनों व चिकित्सकों में मारपीट

दरभंगा, जेएनएन। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती जिला परिषद सदस्य सिंहवाड़ा बिर्दोपुर निवासी जमाल अतहर रूमी की मौत के बाद रविवार की रात यहां जमकर बवाल हुआ। स्वजन और चिकित्सक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट भी हुई। काफी देर तक अस्पताल में चले हंगामे की सूचना पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार और पुलिस उपाधीक्षक अनोज कुमार के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने स्थिति पर काबू पाया। सोमवार की सुबह दोनों पक्षों की ओर से थाने में आवेदन देने की कवायद हुई। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया।

यह हुई घटना

बताया गया है कि श्वसन व अन्य रोगों से पीडि़त जमाल को दो दिन पूर्व डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत को गंभीर होते देख डॉक्टरों ने रविवार की रात उन्हें कोविड-19 आइसीयू में भर्ती कराया। लेकिन, मरीज की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। देर रात करीब 10:00 बजे जमाल ने दम तोड़ दिया।

मौत के बाद स्वजनों ने शुरू किया हंगामा

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मरीज की मौत होने के साथ स्वजनों ने वहां हंगामा और गाली गलौज शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल लोग ड्यूटी पर तैनात दो पीजी चिकित्सकों की पिटाई करने लगे। दोनों पीजी डॉक्टर जान बचाकर गायनिक वार्ड की ओर चले गए। गायनिक वार्ड से फिर दोनों को कोविड-19 वार्ड में लाया गया। वहां दोबारा उनके साथ गाली गलौज हुई। स्टाफ नर्सों के साथ भी गाली गलौज होने लगी। इसी बीच सभी पीजी डॉक्टर घटनास्थल पर आ धमके और स्वजनों की भी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान कई लोग चोटिल भी हुए। लेकिन, घटनास्थल पर पुलिस अधिकारियों के पहुंचने के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया।

स्वजनों का आरोप बाहरी लोगों से कराया गया हमला

मामले में स्वजनों का कहना है कि हंगामे के दौरान चिकित्सकों ने बाहर से लोगों को बुलाकर हमला कराया। मृतक के भतीजा ने बताया कि वह लोग अशोक के बड़ौदा पर बैठे थे। अचानक भीतर से आवाज आई हेलो मरीज के पास पहुंचे। वहां पहुंचे तो देखा कि मरीज के मुंह से ऑक्सीजन हटा दिया गया था। वह अंतिम सांसे ले रहा था। इसके बाद उनकी मौत हो गई। इसी बीच दो दर्जन लोग बाहर से यहां आए और हमारी पिटाई करने लगे। पीडि़त ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कर स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

चिकित्सकों के साथ की गई मारपीट व तोडफ़ोड़ : डॉ. राकेश

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि मरीज को बचाने के लिए संभव प्रयास किया गया। फिर भी मरीज की मौत हो गई। इसी पर स्वजनों ने व्यस्त डॉक्टरों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। ऑन ड्यूटी दोनों डॉक्टर गायनिक वार्ड की ओर भागे। वहां से भी उन्हें पकड़कर लाया गया और मारपीट की गई। मरीज के परिजन राजनीतिक दबाव बनाकर यहां का माहौल खराब करने पर तूले थे। अध्यक्ष ने बताया कि अस्पताल अधीक्षक के साथ आज वार्ता कर वह कई मांगों की पूर्ति करेंगे। सबसे प्रमुख पीजी डॉक्टरों की सुरक्षा और अनावश्यक लोगों की भीड़ को अंदर नहीं आने देने की इजाजत शामिल है।

जिलाधिकारी ने बनाई जांच टीम

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए तीन सदस्यी टीम बनाई है। टीम में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह डीएमसीएच के प्रशासनिक पदाधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं सदर पुलिस उपाधीक्षक को शामिल किया है। डीएम टीम से तीन दिनों में पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है।

 इस बारे में डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने कहा कि मामला गंभीर है। इस तरह से हंगामा नहीं होना चाहिए। इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। मरीज की जांच रिपोर्ट कोरोना निगेटिव है।

 दरभंगा के पुलिस उपाधीक्षक अनोज कुमार ने कहा कि किसी बात को लेकर रविवार की रात मरीज के स्वजन और चिकित्सकों के बीच हंगामा हुआ था। तत्काल मौके पर पहुंचे लोगों को शांत कराया। जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट वरीय अधिकारी को देंगे। 

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