आरपीएफ जवानों ने भारत वैगन गेट पर किया कब्जा, छंटनीग्रस्त कर्मियों को खदेड़ा Muzaffarpur News

आरपीएफ जवानों ने भारत वैगन रोड के दोनों तरफ घेराबंदी कर आने-जाने पर लगाई रोक। भारत वैगन से पार्ट्स निकालने के लिए गेट पर किया कब्‍जा।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 09:10 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 09:10 PM (IST)
आरपीएफ जवानों ने भारत वैगन गेट पर किया कब्जा, छंटनीग्रस्त कर्मियों को खदेड़ा Muzaffarpur News
आरपीएफ जवानों ने भारत वैगन गेट पर किया कब्जा, छंटनीग्रस्त कर्मियों को खदेड़ा Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। भारत वैगन से पाट्र्स निकालने के लिए आरपीएफ जवानों ने सोमवार को छंटनीग्रस्त कर्मियों को भारत वैगन के गेट से खदेड़ दिया। इसके बाद जवानों ने गेट को कब्जे में ले लिया। इसी क्रम में भारत वैगन के बाहरी परिसर के दोनों तरफ की मेन सड़क की रस्सी से घेरेबंदी कर दी। इस ओर से आने व जाने पर रोक लगा दी। करीब दस घंटे  छावनी में तब्दील रहा। कर्मियों को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। इससे छंटनीग्रस्त कर्मियों ने मेन सड़क पर प्रदर्शन कर धरना पर बैठ गए। शाम में ट्रक पर सामान लोड कर ले जाने के समय थोड़ी देर उसे सड़क पर रोककर कर्मियों ने हंगामा किया। जवानों ने कर्मियों को हटाया। इसके बाद पाट्र्स से लदा ट्रक समस्तीपुर के लिए रवाना हो गया। 

 जानकारी के अनुसार समस्तीपुर मंडल के कारखाना के अधिकारी भारत वैगन में मालगाड़ी के वैगन बनाने वाली लोहे की चादर व प्लेट लेने पहुंचे। सुबह सात बजे आरपीएफ के सहायक कमांडेंट कुमार सुरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में आरपीएफ चौकी के प्रभारी वेद प्रकाश वर्मा के साथ 50 से अधिक जवानों को लेकर पहुंचे। भारत वैगन के गेट पर धरना पर बैठे छंटनीग्रस्त कर्मियों को हटाया।

 विरोध पर खदेड़ कर मेन सड़क तक पहुंचा दिया। इसके बाद जवान मेन सड़क तक तैनात हो गए। पाट्र्स उठाने के लिए क्रेन के देर से पहुंचने पर सहायक कमांडेंट ने नाराजगी जताई। दोपहर दो बजे क्रेन आने के बाद वहां से सामान को ट्रक पर लोड किया गया। अधिकारी व कर्मी एक ट्रैक सामान लेकर रवाना हुए। सहायक कमांडेंट ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से रेलवे के अधिकारी सामान निकाल कर ले गए। 

कर्मचारी करेंगे आत्मदाह 

भारत वैगन लेबर यूनियन के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि  रेलवे में समायोजन को लेकर छंटनीग्रस्त 24 कर्मी लगातार धरना पर हैं। इनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। प्रशासन से मिलकर अधिकारी भारत वैगन से पाट्र्स लेकर जा रहे हैं। रेलवे में समायोजन नहीं करने पर कर्मचारी आत्मदाह करने को विवश हैं। 

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