अनशनकारियों के समर्थन में भड़का जनाक्रोश, चार घटे एनएच जाम

बोचहां में रजवाड़ा घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर जारी अनशन के प्रति प्रशासनिक उदासीनता से भड़के ग्रामीणों ने रविवार को चार घंटे तक एनएच जाम रखा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 02:37 AM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 06:12 AM (IST)
अनशनकारियों के समर्थन में भड़का जनाक्रोश, चार घटे एनएच जाम
अनशनकारियों के समर्थन में भड़का जनाक्रोश, चार घटे एनएच जाम

मुजफ्फरपुर। बोचहां में रजवाड़ा घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर जारी अनशन के प्रति प्रशासनिक उदासीनता से भड़के ग्रामीणों ने रविवार को चार घंटे तक एनएच जाम रखा। थाना क्षेत्र के एनएच 57 मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोरलेन सड़क के मझौली चौक पर अनशनकारियों के समर्थन में लोगों ने एनएच जाम कर प्रदर्शन किया। जिससे मुख्य सड़क के दोनों ओर पांच किमी लंबी वाहनों की कतार लग गई। इस दौरान लोगों ने बैनर-पोस्टर के साथ प्रदर्शन कर शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अर्जुन साहनी, मधुसूदन सहनी, मनोज कुमार सहनी, गौडी सहनी, शभू सहनी, रामसेवक सहनी, पवन कुमार व रामचंद्र सहनी के नेतृत्व में सैकड़ों लोग सड़क पर बैठकर आवागमन बाधित कर दिया। लोगों का कहना था कि रजवारा घाट पर हर हाल में पुल निर्माण होना चाहिए। रजबारा घाट पर पुल व रिंग रोड की माग की माग को लेकर आठ दिनों से लोग आमरण अनशन पर है। चार अनशनकारियों की हालत खराब होती जा रही है। सूचना के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल तक नहीं की जा सकी है। यही वजह है कि स्थानीय लोगों ने अनशनकारियों के समर्थन में जाम कर प्रदर्शन किया। बोचहां थाना के एसआई मणभूषण कुमार, गिरिद्र कुमार व लक्ष्मण सिंह ने लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया। बावजूद इसके लोग अड़े रहे। बाद में वरीय पदाधिकारी से बात कर बुद्धिजीवियों की पहल पर जाम समाप्त हुआ।

रजवाड़ा घाट पर पुल का विधायक ने किया समर्थन : रजवाड़ा घाट पर पुल निर्माण को लेकर चल रहे अनशन का बोचहां की विधायक बेबी कुमारी ने समर्थन किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान रविवार को अनशनकारियों के समर्थकों ने उन्हें घेरा था। वे लोग आज ही पुल का शिलान्यास करने की मांग कर रहे थे। जब उन्हें बताया कि इस घाट पर पुल निर्माण को लेकर वे विधानसभा में सवाल उठाया था। सोमवार से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र में भी पुल निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव सदन के माध्यम से सरकार की समक्ष रखेंगी। जब तक पुल निर्माण की घोषणा सरकार नहीं करती है, तब तक आवाज उठाती रहेगी। उनके आश्वासन पर सब शांत हुए।

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