मुजफ्फरपुर: इनकी दोस्ती की मिसाल दी जाती थी, दुश्मनी ऐसे हुई कि पीट-पीटकर जान ही ले ली
महदइया मठ निवासी 50 वर्षीय जलेश्वर सिंह उर्फ जल्लू सिंह को पूर्व विवाद को लेकर ईंट- पत्थर व डंडे से पीट- पीट कर घायल कर दिया गया। इलाज के लिए मुजफ्फरपुर ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गई। जलेश्वर सिंह दो दिन पहले वाराणसी से घर आए।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले के साहेबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गौड़ा पंचायत के महदइया मठ निवासी 50 वर्षीय जलेश्वर सिंह उर्फ जल्लू सिंह को पूर्व विवाद को लेकर ईंट- पत्थर व डंडे से पीट- पीट कर घायल कर दिया गया। इलाज के लिए मुजफ्फरपुर ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गई। विवाद का कारण रास्ता बाधित करना बताया गया है। इधर, घटना को अंजाम देने वाला उसी गांव का रामबाबू सिंह पीएचसी में उपचार कराने पहुंचा जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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बता दें कि जलेश्वर सिंह दो दिन पहले वाराणसी से घर आए थे। गांव में सार्वजनिक रूप से शिव मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। जलेश्वर सिंह मंदिर निर्माण कार्य में जुटे थे। उनकी मित्रता रामबाबू सिंह से थी, लेकिन कुछ मामले को लेकर पिछले दिनों दोस्ती दुश्मनी में बदल गई थी। सुबह से ही रामबाबू सिंह अपने समर्थकों के साथ जलेश्वर सिंह का इंतजार कर रहा था। गांव में किसी की पंचायत कर जलेश्वर सिंह मोपेड से घर लौट रहे थे कि पीछे से डंडा, ईंट तथा पत्थर से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। उनके चिल्लाने की आवाज पर ग्रामीण वहां जुटे तो हमलावर भाग निकले। गंभीर हालत में उन्हें मुजफ्फरपुर ले जाने के दौरान रास्ते में उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया। इधर, रामबाबू सिंह स्वयं को घायल बताकर पीएचसी में उपचार के लिए पहुंचा। पुलिस को इसकी भनक लग गई तथा अस्पताल पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
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रास्ता रोकने पर दोस्ती बनी दुश्मनी
साहेबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गौड़ा पंचायत के महदइया मठ निवासी 50 वर्षीय जलेश्वर सिंह उर्फ जल्लू सिंह वाराणसी में रहकर ठीकेदारी करते थे। गांव के लोगों से गहरा लगाव व समाज में लोकप्रिय थे। यही कारण था कि वे समय-समय पर सब काम छोड़कर वाराणसी से गांव आ जाते थे। उन्हें एक पुत्र तथा दो पुत्री है। बेटी की शादी में रामबाबू सिंह ने रास्ता रोकते हुए अपनी निजी जमीन पर झोपड़ी बना ली थी जिससे आने- जाने का रास्ता बंद हो गया था। बेटी की बारात लाने के लिए जलेश्वर सिंह को वैकल्पिक रास्ता बनाना पड़ा था, तब दरवाजे तक जाकर दरवाजे पर बारात आई थी। गांव में लोगों ने रामबाबू सिंह की रास्ता रोकने के कार्य की घोर आलोचना की थी। इसे लेकर वह जलेश्वर सिंह का दुश्मन बन बैठा।
बहू की हत्या में जेल जा चुका आरोपित
65 वर्षीय आरोपित रामबाबू सिंह के संबंध में लोगों का कहना है कि वह मासिक रूप से विक्षिप्त है तथा उसका इलाज चल रहा है। अपनी बहू की हत्या के आरोप में वह जेल जा चुका है।
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