Muzaffarpur News: कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर जाकर इलाज करेगी चिकित्सकों की टीम

Muzaffarpur News कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर पर जाकर इलाज की कवायद चल रही है। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने गुरुवार को वरीय अधिकारियों और चिकित्सकों की आपात बैठक कर हर परिस्थिति से निपटने को लेकर अलर्ट किया।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:32 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:32 AM (IST)
Muzaffarpur News: कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर जाकर इलाज करेगी चिकित्सकों की टीम
कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर जाकर इलाज करेगी चिकित्सकों की टीम।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच इससे जंग लडने की तैयारी शुरू है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर पर जाकर इलाज की कवायद चल रही है। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने गुरुवार को वरीय अधिकारियों और चिकित्सकों की आपात बैठक कर हर परिस्थिति से निपटने को लेकर अलर्ट किया।

एपीएचसी स्तर के चिकित्सक आएंगे मुख्यालय

  एपीएचसी में तैनात 91 चिकित्सकों को मुख्यालय बुलाने का निर्णय  लिया गया। इन चिकित्सकों की तैनाती विभिन्न अस्पतालों में करने का निर्णय लिया गया। इसको लेकर चार कमेटी गठित की गई। एपीएचसी के लिए जिला स्तरीय बनी अधिकारियों की कमेटी को निर्देश दिया गया कि वे इन चिकित्सकों को हर हाल में योगदान कराएं। मरीजों के इलाज और उसकी परेशानियों को दूर करने में अब तक की खामियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसे दूर करने के लिए तीन स्तरों पर मॉनीटङ्क्षरग करने का निर्णय किया गया। सीएस ने बताया कि चिकित्सक टीम का काम होगा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों का कंट्रोल रूम से स्थिति की जानकारी लेने, आशा, केयर के कार्यकर्ता, एएनएम, जीविका दीदी के साथ घर-घर जाकर मेडिकल किट का सही तरीके से वितरण कराना होगा। आशा उनका कुशलक्षेम पूछेगी।

 जीविका, आशा और एएनएम का क्षेत्र वार मरीजों को सूची बनाकर हर दिन संध्या में ब्रीङ्क्षफग कर दिनभर की स्थितियों का जायजा लेकर रिपोर्ट देगी।  सिविल सर्जन ने बताया कि बैठक में कोरोना से जंग लडऩे की स्थितियों पर विमर्श किया गया। मरीजों को हर स्तर पर उचित इलाज देने और परेशानियों का निराकरण करने के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में चिकित्सक की टीम होम क्वारंटाइन में रहने वाले मरीज को जरूरत के मुताबिक इलाज कर दवा देंगे। ग्लोकल में इलाज कर रहे दो चिकित्सक बीमार होने के बाद वहां इलाज को लेकर थोड़ी परेशानी है। 

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