मच्छर-मक्खियों ने बढ़ाई शहरवासियों की मुश्किलें, नगर निगम प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं Muzaffarpur news

30 लाख खर्च कर पांच आधुनिक फॉगिंग मशीनों की खरीद की गई थी। मशीनों को ढोने के लिए 03 ई-रिक्शे भी खरीदे गए थे। नहीं हुआ फायदा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Tue, 30 Jul 2019 09:16 AM (IST) Updated:Tue, 30 Jul 2019 09:16 AM (IST)
मच्छर-मक्खियों ने बढ़ाई शहरवासियों की मुश्किलें, नगर निगम प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं Muzaffarpur news
मच्छर-मक्खियों ने बढ़ाई शहरवासियों की मुश्किलें, नगर निगम प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं Muzaffarpur news

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बरसात में मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि शहरवासियों का जीना मुहाल हो रहा। दिन हो या रात, मच्छर शहरवासियों का खून पी रहे। उनसे मुक्ति दिलाने का जिम्मा नगर निगम पर है, लेकिन वह मच्छरों की जगह मक्खी मार रहा। इससे मुक्ति दिलाने का वादा कर कुर्सी पानेवाले पार्षद अपना वादा भूल गए। मच्छर उन्मूलन अभियान के लिए खरीदी गई फॉगिंग मशीन निगम वर्कशॉप की शोभा बढ़ा रही।

शहरवासियों को बीमार कर रहे मच्छर

शहर एवं उसके आसपास रहनेवाले लाखों लोगों की नींद हराम हो चुकी है। पहले रात में उनका दंश झेलना पड़ता था, अब दिन में भी चैन नहीं। वे न सिर्फ शहरवासियों की नींद उड़ा रहे, बल्कि मलेरिया, कालाजार, डेंगू, जापानी इंसेफलाइटिस जैसे संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ा रहे।

अभियान के नाम पर होती खानापूर्ति

मच्छरों पर नियंत्रण के लिए निगम द्वारा तीस लाख खर्च कर पांच आधुनिक मशीनों की खरीद की गई। स्टॉक में इंट्री के बाद उनमें से दो लौटा दी गईं। मशीनों को ढोने के लिए तीन ई-रिक्शे भी खरीदे गए। मशीनों की मदद से अभियान चलाया जाता है, लेकिन सिर्फ कहने को। अभियान के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है।

हाकिमों को नहीं काटते मच्छर ! 

शायद हाकिमों को मच्छर नहीं काटते। अगर काटते तो वे मौन नहीं रहते। जनप्रतिनिधि या अधिकारियों को मच्छर काटते तब उनको पांच लाख शहरवासियों की पीड़ा समझ में आती।

इलाज व वैकल्पिक उपायों पर कट रही जनता की जेब

मच्छरों के काटने से शहरवासी मलेरिया, डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे। बीमार होने पर इलाज के लिए लोगों को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है। इससे मौत भी हो रही। मच्छरों से बचने की वैकल्पिक व्यवस्था अर्थात साधनों पर भी जेब ढीली करनी पड़ती है। पर, इससे निगम प्रशासन को क्या लेना-देना। उसे तो बस जनता से टैक्स वसूली तक मतलब है।

इस बारे में अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि कांवरिया मार्ग एवं शिविरों में फॉगिंग कराई जा रही। शहर के सभी वार्डों में भी अभियान चलाया जाएगा। तीन मशीन है, बारी-बारी से सभी वार्डों में फॉगिंग कराई जाएगी।

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