पश्चिम चंपारण में त्रिवेणी नहर के ध्वस्त तटबंध की मरम्मत में अनियमितता देख विधायक ने जताई नाराजगी

विधायक ने कहा कि त्रिवेणी नहर का उत्तरी तटबंध 2017 के बाढ में टूटा है। इसका पानी प्रखंड कार्यालय पावर सब स्टेशन धर्मपुर सिकटा गांव आदि को जलमग्न कर भारी तबाही मचाता है। बीच में बाढ के समय इसी तरह मरम्मत कर काम चलाया जाता रहा है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 03:51 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में त्रिवेणी नहर के ध्वस्त तटबंध की मरम्मत में अनियमितता देख विधायक ने जताई नाराजगी
पश्‍च‍िम चंपारण के सिकटा में मरम्मत को देखते विधायक। जागरण

फोटो -01

पश्चिम चंपारण, जासं। त्रिवेणी नहर के क्षतिग्रस्त तटबंध की मरम्मत कचरे से होते देख विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता भड़क गये। कहा कि इस तरह का काम स्वीकार नहीं। तुरंत जल संसाधन विभाग के रक्सौल प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कार्रवाई को पत्र भेज दिया। शिकायत पर विधायक प्रखंड कार्यालय के पूरब धर्मपुर गांव के दक्षिण त्रिवेणी नहर के क्षतिग्रस्त तटबंध पर पहुंचे थे। वहां रात में नाला सफाई से निकले कचरों से क्षतिग्रस्त तटबंध का मरम्मत कार्य किया गया था।

कचरा सिकटा बाजार के नाला से निकाला गया था। विधायक ने कहा कि त्रिवेणी नहर का उत्तरी तटबंध 2017 के बाढ में टूटा है। इसका पानी प्रखंड कार्यालय, पावर सब स्टेशन, धर्मपुर, सिकटा गांव आदि को जलमग्न कर भारी तबाही मचाता है। बीच में बाढ के समय इसी तरह मरम्मत कर काम चलाया जाता रहा है। इस बार भी वही हो रहा है। कहा कि कही कचरा से बांध बनता है। उन्होंने बांस बल्ला लगाकर बोरी में बालू भर कर मजबूत बांध लगाने को कहा। तभी प्रखंड कार्यालय, धर्मपुर, बिजली ग्रीड सुरक्षित रह पायेगा। विधायक ने जल संसाधन विभाग से तत्काल कचरा से मरम्मत कार्य को रोकने व इसमें दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है।

विधायक ने कोरोना से मृत लोगों को दी श्रद्धांजलि, सरकार पर कसा तंज

वैश्विक महामारी कोविड संक्रमण से मृतात्माओं को याद कर विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता समेत भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने शोक मनाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। बलथर चौक पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बलथर पंचायत में कोविड सहित अन्य बिमारियों से गुजर चुके 48 लोगों की याद में दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिया गया। इस सभा में कोविड से मरे 48 लोगों के स्वजनों में से 36 लोगों के स्वजन शामिल हुए। जिनके अपने भाई, बाप, बेटा, पति या पत्नी इस कोरोना काल में गु•ार चुके हैं। पीडित परिवार के सदस्यों ने एक एक कर आपबीती सुनाई। कोरोना से मृत लोगों के परिवारजनों की व्यथा सुन कर विधायक ने सरकार एवं व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया।

विधायक ने कहा कि यहां जिन लोगों ने अपनी व्यथा सुनाई। सबों के स्वजन में कोरोना के ही लक्ष्ण पाये गये। मगर टेस्ट ही नहीं हुआ। इस प्रकार कोरोना से हुई मौत की संख्या यहां शून्य बताई जा रहीं हैं। यह सरकार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से जघन्य है। विधायक श्री गुप्ता ने कहा कि हम लोगो ने जो अपने आंखों से देखा और आज जनता की जुबानी सुन रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि केन्द्र व राज्य सरकार दोनों एक ही राह पर चल रही है। मरे लोगों को याद करना व उनके स्वजनों के दुखदर्द को बांटना ही स'ची श्रद्धांजलि है।

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