भगवान सूर्य 13 अप्रैल की रात करेंगे मीन से मेष राशि में प्रवेश, जानें क्या होगा इसका प्रभाव Muzaffarpur News

राहु के साथ शनि के प्रभाव ने हवा को विषैला बनाया है। सूर्य के उच्च राशि मेष में प्रवेश से कोरोना संक्रमण को कम करने में इसका असर पड़ेगा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 10 Apr 2020 11:26 AM (IST) Updated:Fri, 10 Apr 2020 11:26 AM (IST)
भगवान सूर्य 13 अप्रैल की रात करेंगे मीन से मेष राशि में प्रवेश, जानें क्या होगा इसका प्रभाव Muzaffarpur News
भगवान सूर्य 13 अप्रैल की रात करेंगे मीन से मेष राशि में प्रवेश, जानें क्या होगा इसका प्रभाव Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। 13 अप्रैल की रात करीब साढ़े आठ बजे सूर्य मीन से मेष राशि में प्रवेश करने जा रहा है। जानकारों के मुताबिक, सूर्य का राशि परिवर्तन संक्रांति कहलाता है और यह दिन स्नान-दान, तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसे सत्तू संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है।

 पंडितों का मानना है कि मेष राशि में सूर्य के प्रवेश के बाद कोरोना महामारी का अंत होगा। ज्योतिषविद राजेश उर्फ मुन्ना शास्त्री व उमेश नगर, जीरोमाइल के नीरज बाबू बताते हैं कि बीते 31 दिसंबर से इस वायरस के संक्रमण ने जन्म लिया था। राहु के साथ शनि के प्रभाव ने हवा को विषैला बनाया है। सूर्य के उच्च राशि मेष में प्रवेश से कोरोना संक्रमण को कम करने में इसका असर पड़ेगा। लेकिन, इस दौरान लोगों को सावधानी बरतनी होगी। छह मई को आनंद संवत् शुरू होने के साथ ही यह महामारी नष्ट हो जाएगी। हालांकि इसका प्रभाव विश्व में 22 मई तक रहेगा।  

शब-ए-बरात में घरों में ही हुई इबादत

शब-ए-बरात के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरी रात इबादत की। इस दौरान पूरे देश में फैले कोरोना वायरस से देशवासियों की हिफाजत की दुआ की। लॉकडाउन से मस्जिदों में लोग नहीं पहुंचे। वहीं देर रात पूर्वजों की कब्र पर भी नहीं गए। घरों में ही पूरी रात इबादत हुई। वहीं से अपने पूर्वजों के लिए दुआ मगफिरत की। पूरी रात घरों में कुरान की तिलावत व अन्य इबादत होती रही। माड़ीपुर स्थित खानकाह व इदारे तेगिया के सज्जादानशीं अल्हाज शाह अलवीउल कादरी ने बताया कि ये गुनाहों से छुटकारे की रात है। इस रात जाग कर इबादत करने से अल्लाह गुनाहों को माफ कर देता है। 

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