पश्चिम चंपारण में सेक्टरों में बांटकर रखी जाएगी शराब धंधेबाजों पर नजर

दो पंचायतो को मिलाकर एक सेक्टर बनेगा। प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर पदाधिकारी को इसकी जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। यदि उस क्षेत्र में शराब से जुड़ी किसी भी तरह की घटना होती है तो उसके लिए जिम्मेवार सेक्टर पदाधिकारी को ही बनाया जाएगा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 12:29 PM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 12:29 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में सेक्टरों में बांटकर रखी जाएगी शराब धंधेबाजों पर नजर
जिलाधिकारी कुंदन कुमार के अनुसार इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। फाइल फोटो

पश्चिम चंपारण, जागरण संवाददाता। जिले में जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने एक सशक्त कार्ययोजना बनाई है। इसके मुताबिक एक थाना क्षेत्र में होने वाली शराब धंधेबाजों की गतिविधियों पर नजर रखने एवं उनके खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेवारी केवल थानाध्यक्ष की ही नहीं होगी, अपितु दो पंचायत के हिसाब से सेक्टर में बांटकर इस धंधे पर नकेल कसा जाएगा। दो पंचायतो को मिलाकर एक सेक्टर बनेगा। प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर पदाधिकारी को इसकी जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। यदि उस क्षेत्र में शराब से जुड़ी किसी भी तरह की घटना होती है, तो उसके लिए जिम्मेवार सेक्टर पदाधिकारी को ही बनाया जाएगा। संबंधित पंचायत के चौकीदार को प्रतिदिन सेक्टर पदाधिकारी को अपनी रिपोर्ट देनी होगी। जिसकी मॉनीटरिंग जिला स्तर पर होगी। जिलाधिकारी कुंदन कुमार के अनुसार इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। 

शराब धंधेबाजों का बनेगा डोसियर, मंडल कारा से 2016 से शराब मामले के अभियुक्तों की ली जा रही है जानकारी

एक -एक शराब धंधेबाज का डोसियर तैयार किया जाएगा। उसके अनुसार तैयार डाटाबेस को थानास्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा। यदि कोई धंधेबाज बेल पर जेल से बाहर आया है, तो उसकी गतिविधि क्या है, इस बाबत संबंधित सेक्टर पदाधिकारी उस पर नजर रखेंगे। इसके लिए जिलाधिकारी ने मंडल कारा में शराब मामले में वर्ष 2016 से अब तक बंद रहे अभियुक्तों की जानकारी मांगी है। ताकि उसका डाटाबेस तैयार किया जा सके।

आरोपियों पर होगी 107 और 110 की कार्रवाई

शराब मामले के आरोपी, जो जेल से बाहर हैं, उनपर 107 एवं 110 के तहत कार्रवाई की जाएगी। धारा 110 के मामले में यदि जरूरत पड़ी, तो राज्य सरकार से अनुमति ली जाएगी। इन मामलों के लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। चिन्हित संदिग्धों को नियमित रूप से सेक्टर पदाधिकारी के यहां हाजिरी लगानी होगी।

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